दरभंगा: हरियाणा के गुरुग्राम से बीमार पिता को साइकिल पर बैठाकर अपने गांव सिरहल्लु पहुंचने वाली ज्योति अब किसी नाम की मोहताज नहीं है. ज्योति की हिम्मत और साहस को देश ही नहीं, बल्कि विदेश में भी खूब तारीफ मिल रही है. यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ज्योति से वर्चुअल संवाद किया.
पीएम को दिया धन्यवाद
कोरोना काल में साहसिक काम के लिए 2021 का राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए ज्योति को चुना गया. इस खबर से ज्योति और उसके परिवार वालों में खुशी की लहर देखी गयी. उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया.
साइकिल से गुरुग्राम से दरभंगा का सफर किया था तय
बता दें कि ज्योति कोरोना काल में अपने बीमार पिता को साइकिल पर बैठा कर गुरुग्राम से करीब 12 सौ किमी दरभंगा लाई थी. साइकिल गर्ल ज्योति को कुछ दिनों पहले भारत सरकार का नशा मुक्ति अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है.
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पीएम से बात करने की खबर सुन ज्योति खुश
इससे पहले ईटीवी भारत से खास बातचीत में ज्योति ने कहा कि प्रधानमंत्री से बात करने की खबर सुनकर वह बेहद खुश है. सपने में भी यह नहीं सोचा था कि कभी प्रधानमंत्री जी से सीधे उसकी बात होगी. लेकिन यह साकार हुआ.
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जिस तरह मेरी मदद हुई उसी तरह बाकी बेटियों की हो मदद
ईटीवी भारत के सवालों पर ज्योति ने कहा कि वह प्रधानमंत्री जी से निवेदन करेगी कि जैसे भारत सरकार और बिहार सरकार ने उसकी और उसके परिवार की मदद की. वैसे ही दूसरी बेटियों को भी आगे बढ़ाने में मदद मिलनी चाहिए.
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बेटी की वजह से मिल रहा सम्मान
ज्योति के पिता मोहन पासवान ने कहा कि कोरोना महामारी के लॉकडाउन के दौरान वे काफी कष्ट में थे और उनकी बेटी उनकी जान बचाकर गुरुग्राम से दरभंगा लाई थी. उन्होंने कहा कि उन्हें बेहद खुशी हो रही है कि इस बेटी की वजह से ही उन्हें सारा सुख मिला और अब इतना सम्मान मिल रहा है. वे कभी सोच भी नहीं सकते थे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से उनकी बात होगी. उन्होंने भारत सरकार और बिहार सरकार का आभार जताया.
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गर्व है अपनी बेटी पर
ज्योति की मां फूलों देवी ने कहा कि ऐसी बेटी की मां होने पर गर्व महसूस हो रहा है. उन्होंने कहा कि समाज की सभी बेटियां आगे बढ़ें और ज्योति की तरह परिवार और समाज का नाम रोशन करें, वे यही चाहती हैं. उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से सभी बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए निवेदन करेंगीं.
कौन हैं 'साइकिल गर्ल' ज्योति कुमारी
ज्योति दरभंगा के सिरहुल्ली गांव की रहने वाली है.
अपने पिता के साथ गुड़गांव में रहा करती थी.
ज्योति केे पिता मोहन पासवान ई-रिक्शा चलाने का काम किया करते थे.
लॉकडाउन के बीच ही ज्योति के पिता का एक्सीडेंट हो गया था.
इस बीच आर्थिक परेशानियों से जूझ रही ज्योति ने एक पुरानी साइकिल खरीद कर अपने पिता को लेकर गुड़गांव से दरभंगा तक का सफर मात्र छह दिनों में तय किया था.
ज्योति,1,200 किलोमीटर तक साइकिल चलाकर गुड़गांव से बिहार के दरभंगा में अपने गांव पहुंची थीं.
ज्योति की खबर को राष्ट्रपति ट्रम्प की बेटी इवांका ट्रम्प ने भी ट्वीट किया.