दरभंगा: जिले में बाढ़ का कहर चारों तरफ जारी है. बात अगर बहादुरपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत मह्नोली गांव की करें तो यहां चारों तरफ पानी ही पानी है. यहां पत्रकारों का पहुंचना भी एक बड़ी चुनौती है. ईटीवी भारत की टीम जब इस इलाके में पहुंची तो लोंगो को काफी दर्दनाक स्थिति में पाया.
लोगों ने लिया मचान का सहारा
हर साल बाढ़ का दंश झेलने वाले इस गांव की सुधी लेने वाला कोई नहीं है. चाहे स्थानीय मुखिया हों या विधायक या फिर सांसद. इस गांव के लिए सब के सब सिर्फ सुशोभित पद्मासन के सिवा कुछ नहीं है. इस इलाके में लोगों का हाल जानने अब तक कोई नहीं पहुंचा है. लोगों के घर पूरी तरह पानी में डूब चुके हैं और मचान ही अब लोगों का सहारा है.
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गांव में घुसा बाढ़ का पानी
गांव चारों तरफ से बाढ़ के पानी से घिर गया है. कई घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया लोगों की जनजीवन अस्त व्यस्त है. लोग अपने सामान और घर छोड़कर ऊंचे स्थान की ओर पलायन कर गए हैं. इन पीड़ितों को अब तक किसी भी तरह की सुविधा प्रशासन की तरफ से नहीं मिल पाई है. लोग खाने-खाने को मोहताज हैं. बाढ़ का पानी ही जिंदगी बचाने का सहारा है.
सरकार से लगाई मदद की गुहार
स्थानीय लोगों ने बताया कि वह जैसे-तैसे अपनी जिंदगी बचाने में लगे हैं. प्रशासन की तरफ से अब तक कोई मदद नहीं मिली है. नाव की व्यवस्था भी नहीं है. अगर कोई बीमार पड़ जाए तो इलाज के लिए लेकर जाना भी मुश्किल है. खाने की चीजें भी खत्म हों गईं हैं. अब भूख मिटाने की फिक्र लगी है.
गांव के ही राम नगीना सिंह, उपेंद्र साहनी, हीरा पासवान और विक्की कुमार ने स्थानीय जनप्रतिनिधि और सांसदों पर आक्रोश जताया. इन बाढ़ पीड़ितों ने सरकार से मूलभूत सुविधा मुहैया कराने की गुहार लगाई है.