दरभंगा: जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को भारी सुरक्षा के बीच सुपौल के वीरपुर जेल से डीएमसीएच में इलाज के लिए लाया गया है. यहां पप्पू यादव को डीएमसीएच के मेडिसिन स्थित आईसीयू में भर्ती कराया गया है. हालांकि अस्पताल में भर्ती करने के दौरान पप्पू यादव ने सीएम नीतीश कुमार से भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि 'मारिए मत, बेटा की तरह सेवा करने दीजिए'.
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डीएमसीएच में मीडिया से बात करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि उन्हें नहीं मालूम है कि उन पर कौन सा केस है, जिसके चलते उन्हें जेल भेजा गया है. जिस केस के तहत उन्हें जेल भेजा गया है. वह कब का खत्म हो चुका था. वह पिछले काफी समय से बिहार का बेटा बनकर कोविड मरीजों की सेवा कर रहे थे, लेकिन उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
कोरोना मरीजों की सेवा करने की मांग
इसके साथ ही पप्पू यादव ने सीएम नीतीश कुमार से अपील की है कि उन्हें कोविड मरीजों की सेवा करने दिया जाए. वो सरकार का सहयोग करेंगे. वो कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन और दूसरी सुविधाएं उपलब्ध कराना चाहते हैं.
पीड़ितों को मुआवजा देने की अपील
इस दौरान पप्पू यादव ने अररिया में कोरोना के कारण माता-पिता को खोलने वाले बच्चों को मुआवजा देने की मांग की. उन्होंने कहा कि उसका खर्च उठाया जाए. साथ ही पप्पू यादव ने कहा कि वो कोरोना से मार गए मां-बाप की बेटी की पढ़ाई-लिखाई का खर्च उठाएंगे.
32 साल पुराने मामले में गिरफ्तारी
बता दें कि जाप प्रमुख पप्पू यादव को पुलिस ने 32 साल पुराने मामले में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. हालांकि तबीयत खराब होने के कारण उन्हें जेल से अस्पताल में भर्ती किया गया है. डीएमसीएच में पप्पू यादव के भर्ती करने के लिए लाने से पहले वहां पर पार्टी के कई कार्यकर्ता मौजूद थे. कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए. वहीं, पप्पू यादव की गिरफ्तारी को लेकर राज्य में सियासत काफी गर्म है. विपक्ष जहां सरकार पर नाकामी छुपाने का आरोप लगा रहा है. वहीं, भाजपा के नेता राजद पर दिवंगत शहाबुद्दीन के परिजनों से पप्पू यादव मिलने के कारण राजद पर आरोप लगा रहा है.