दरभंगा: बेरोजगार युवक को रोजगार देने के मुद्दे को लेकर एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष त्रिभुवन कुमार ने सोमवार को एक प्रेसवार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने घोषणापत्र में कहा था कि हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार दिया जाएगा. लेकिन जब से भाजपा सत्ता में आई है तब से देश में लगातार बेरोजगारी बढ़ती जा रही है. वहीं युवक रोजगार के लिए दर दर की ठोकर खा रहे हैं. लेकिन सरकार इस ओर ना ध्यान देकर तरह तरह के मुद्दे लाकर देश की जनता को गुमराह करने में लगी है.
मोदी सरकार युवाओं को नहीं दे रही रोजगार
वहीं त्रिभुवन कुमार ने कहा कि एनएसयूआई के केंद्रीय नेतृत्व में 'नौकरी दो वरना डिग्री वापस लो' अभियान की शुरुआत की गई है. जिसके तहत प्रत्येक जिले से पांच लाख डिग्री को प्रधानमंत्री आवास पर ईमेल और डाक विभाग द्वारा भेजा जाएगा. वहीं उन्होंने कहा कि देश की कुल आबादी 138.35 करोड़ है. जिसमें युवाओं की संख्या 34.33 फीसदी है. आज सरकार लोगों को रोजगार देने के बजाय नोटबंदी, जीएसटी और असुनियोजित लॉकडाउन कर युवाओं को बेरोजगारी के तरफ धकेल रही है.
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रेलवे का निजीकरण कर बेरोजगारी का बढ़ावा दे रही है सरकार
वहीं एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष त्रिभुवन कुमार ने कहा कि भाजपा सरकार ने हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था. इस हिसाब से अब तक 13 से 14 करोड़ लोगों को रोजगार मिल जाना चाहिए था. वहीं उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के आने के बाद देश में पिछले 45 वर्षों में बेरोजगारी का दर सबसे ज्यादा है. भारतीय रेलवे देश में सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर प्रदान करती थी. लेकिन मोदी सरकार ने रेलवे का निजीकरण कर देश में बेरोजगारी का बढ़ाने का काम किया है.