दरभंगा: कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए लगे देशव्यापी लॉक डाउन में गुरूग्राम से साइकिल पर बीमार पिता को बिठाकर दरभंगा पहुंचने वाली ज्योति इनदिनों सुर्खियों में है. इसी बीच खबर है कि शिक्षा विभाग ने ज्योति की आगे की पढ़ाई का जिम्मा उठाया है. इसी क्रम में उसे किताब-कॉपी और ड्रेस दिया गया.
उसके अनुरोध पर +2 उच्च विद्यालय, पिंडारूच, सिंहवाड़ा में उसका वर्ग नवम में नामांकन हो गया है. शिक्षा विभाग के निर्देश के अलोक में सर्व शिक्षा अभियान के तहत जिला शिक्षा पदाधिकारी महेश प्रसाद सिंह ने ज्योति कुमारी को एक नई साइकिल सहित नवम वर्ग की एक सेट किताब, कॉपी, 02 जोड़ी स्कूल ड्रेस, जूता-मोजा प्रदान किया गया.
आर्थिक तंगी के चलते ज्योति ने छोड़ी थी पढ़ाई
बता दें कि ज्योति ने वर्ग 08 तक अपने ही गांव के मध्य विद्यालय सिरहुली में पढ़ाई की, लेकिन घर की माली स्थिति ठीक नहीं होने कारण ज्योति को अपने आगे की पढाई बंद करनी पड़ी. उसी क्रम में ज्योति के पिता का गुरुग्राम में एक्सीडेंट हो गया और ज्योति को दरभंगा से गुरुग्राम जाना पड़ा. तभी लॉकडाउन के दौरान ज्योति जब दरभंगा लौटी तो सदर एसडीओ प्रदीप गुप्ता से उसने आगे की पढाई की इच्छा जाहिर की थी. जिसपर एसडीओ ने स्कुल में आवेदन देने को कहा था.
पांच सौ रुपये में साइकिल खरीद आठ दिन में पूरी की 1300 किमी का सफर
गौरतलब है कि पैसे के अभाव में पढ़ाई छोड़ चुकी ज्योति अपने बीमार पिता को लॉकडाउन के दौरान हरियाणा के गुरुग्राम से तकरीबन 1300 किलोमीटर साइकिल पर बिठाकर करीब आठ दिन में दरभंगा पहुंची. जिसके बाद यह खबर मीडिया की सुर्खियां बनी.