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दरभंगा में जिंदा जलाने का मामला: मुखिया फेम ऋतु जायसवाल ने CM पर बोला हमला- 'गद्दी छोड़िए नीतीश कुमार'

दरभंगा में एक ही परिवार के तीन लोगों को भू-माफिया द्वारा जिंदा जलाकर मारने की घटना के बाद मुखिया (Mukhiya Fame Ritu Jaiswal)फेम ऋतु जायसवाल ने परिवार की चौथी सदस्य निक्की झा से मुलाकात कर ढांढस बंधाया है. इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश पर जमकर हमला बोला है. वहीं पीड़ित परिवार को अभी भी लगातार धमकी मिल रही है. पढ़िए पूरी खबर...

दरभंगा मामले पर ऋतु जायसवाल का सरकार पर हमला
दरभंगा मामले पर ऋतु जायसवाल का सरकार पर हमला
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Published : Feb 18, 2022, 7:58 PM IST

दरभंगा: बिहार के दरभंगा जिले के नगर थाना क्षेत्र के जीएम रोड में भू-माफिया द्वारा जमीन विवाद (Land Dispute in Darbhanga) में जिंदा जलाकर मारे गए तीन लोगों के परिजनों को अभी भी अंजाम भुगतने की धमकी दी जा रही है. पीड़ित परिवार की गंभीर रूप से झुलसी चौथी सदस्य निक्की झा ने ये आरोप लगाया है. वहीं, सीतामढ़ी की सिंहवाहिनी पंचायत की चर्चित पूर्व मुखिया और आरजेडी नेता ऋतु जायसवाल ने (Darbhanga Family Burnt Alive Case) पीड़ित परिवार से मुलाकात की (Ritu Jaiswal met Victim family In Darbhanga). उन्होंने गंभीर रूप से झुलसी परिवार की चौथी सदस्य निक्की झा को ढांढस बंधाया और राजद के उपाध्यक्ष की ओर से 25 हजार रुपये की आर्थिक मदद का चेक सौंपा. इस दौरान ऋतु जायसवाल ने नीतीश सरकार को पूरी तरह फेल बताते हुए उनसे गद्दी छोड़ने की मांग की.

ये भी पढ़ें- Darbhanga Burning Case: मारे गये 3 लोगों के परिजनों से मिले JAP सुप्रीमो पप्पू यादव, CBI जांच के लिए जाएंगे कोर्ट


वहीं, मुलाकात के बाद सीतामढ़ी की सिंहवाहिनी पंचायत की पूर्व मुखिया ऋतु जायसवाल ने कहा कि निक्की झा ने अपना सब कुछ खो दिया है, ये लड़की खुद भी गंभीर रूप से झुलसी हुई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस पीड़ित परिवार से मिलने आना चाहिए था. उन्होंने कहा कि बिहार में अपराध की जो स्थिति है उसमें नीतीश कुमार में जरा भी शर्म है तो उन्हें इसकी नैतिक जिम्मेवारी लेते हुए गद्दी छोड़ देनी चाहिए. ऋतु जायसवाल ने राजद के उपाध्यक्ष की ओर से पीड़ित परिवार को 25 हजार रुपये मदद के तौर पर दिया गए है, आगे सीधे उनके अकाउंट में और राशि दी जाएगी.

बता दें कि, गंभीर रूप से झुलसी पीड़ित परिवार की चौथी सदस्य निक्की झा ने कहा कि, उन लोगों को इससे भी बड़ा अंजाम भुगतने की धमकी मिल रही है. उन्होंने कहा कि इस घटना के सबसे बड़े दोषी राज परिवार के कुमार कपिलेश्वर सिंह हैं जो उनके मौसरे भाई लगते हैं. जिन्होंने उनके घर की जमीन बेच दी, उन्होंने कहा कि भगवान ऐसा भाई किसी को न दे जिसके चलते उन लोगों का पूरा परिवार उजड़ गया. पुलिस अगर सही से कार्रवाई करती तो अब तक मुख्य आरोपी शिवकुमार झा पकड़ा गया होता. वहीं पीड़ित निक्की झा ने इस घटना का स्पीडी ट्रायल कराया जाए और सीबीआई से जांच कराई जाए.

ये भी पढ़ें- सीपीआई माले नेताओं ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की, SSP पर लगाया आरोपी को संरक्षण देने का आरोप

दरअसल, 10 फरवरी को भू-माफिया ने एक जमीन विवाद में एक ही परिवार की एक गर्भवती महिला समेत तीन लोगों को जिंदा जला दिया था. इनमें से सबसे पहले गर्भवती महिला पिंकी झा के पेट में पल रहे बच्चे की जान चली गई थी. उसके बाद पिंकी और उसके भाई संजय झा ने भी पीएमसीएच में इलाज के क्रम में दम तोड़ दिया था. पुलिस ने इस मामले में अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. जबकि, मुख्य आरोपी शिवकुमार झा अब भी फरार है. वहीं, एसएसपी ने मामले में नगर थाना प्रभारी राकेश कुमार को सस्पेंड कर दिया है.

वहीं, ये घटना ने राजनीतिक रंग ले लिया है. 16 फरवरी को वामपंथी दलों और विपक्ष के साथ सत्ताधारी गठबंधन की पार्टी हम सेक्युलर ने दरभंगा बंद का आह्वान किया था जो असरदार रहा. दरभंगा के सांसद गोपालजी ठाकुर और जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने घटनी की सीबीआई जांच की मांग की है. पीड़ित परिवार और नेताओं ने इस मामले में दरभंगा पुलिस की संलिप्तता की जांच और एसएसपी पर कार्रवाई की मांग की है.

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दरभंगा: बिहार के दरभंगा जिले के नगर थाना क्षेत्र के जीएम रोड में भू-माफिया द्वारा जमीन विवाद (Land Dispute in Darbhanga) में जिंदा जलाकर मारे गए तीन लोगों के परिजनों को अभी भी अंजाम भुगतने की धमकी दी जा रही है. पीड़ित परिवार की गंभीर रूप से झुलसी चौथी सदस्य निक्की झा ने ये आरोप लगाया है. वहीं, सीतामढ़ी की सिंहवाहिनी पंचायत की चर्चित पूर्व मुखिया और आरजेडी नेता ऋतु जायसवाल ने (Darbhanga Family Burnt Alive Case) पीड़ित परिवार से मुलाकात की (Ritu Jaiswal met Victim family In Darbhanga). उन्होंने गंभीर रूप से झुलसी परिवार की चौथी सदस्य निक्की झा को ढांढस बंधाया और राजद के उपाध्यक्ष की ओर से 25 हजार रुपये की आर्थिक मदद का चेक सौंपा. इस दौरान ऋतु जायसवाल ने नीतीश सरकार को पूरी तरह फेल बताते हुए उनसे गद्दी छोड़ने की मांग की.

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वहीं, मुलाकात के बाद सीतामढ़ी की सिंहवाहिनी पंचायत की पूर्व मुखिया ऋतु जायसवाल ने कहा कि निक्की झा ने अपना सब कुछ खो दिया है, ये लड़की खुद भी गंभीर रूप से झुलसी हुई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस पीड़ित परिवार से मिलने आना चाहिए था. उन्होंने कहा कि बिहार में अपराध की जो स्थिति है उसमें नीतीश कुमार में जरा भी शर्म है तो उन्हें इसकी नैतिक जिम्मेवारी लेते हुए गद्दी छोड़ देनी चाहिए. ऋतु जायसवाल ने राजद के उपाध्यक्ष की ओर से पीड़ित परिवार को 25 हजार रुपये मदद के तौर पर दिया गए है, आगे सीधे उनके अकाउंट में और राशि दी जाएगी.

बता दें कि, गंभीर रूप से झुलसी पीड़ित परिवार की चौथी सदस्य निक्की झा ने कहा कि, उन लोगों को इससे भी बड़ा अंजाम भुगतने की धमकी मिल रही है. उन्होंने कहा कि इस घटना के सबसे बड़े दोषी राज परिवार के कुमार कपिलेश्वर सिंह हैं जो उनके मौसरे भाई लगते हैं. जिन्होंने उनके घर की जमीन बेच दी, उन्होंने कहा कि भगवान ऐसा भाई किसी को न दे जिसके चलते उन लोगों का पूरा परिवार उजड़ गया. पुलिस अगर सही से कार्रवाई करती तो अब तक मुख्य आरोपी शिवकुमार झा पकड़ा गया होता. वहीं पीड़ित निक्की झा ने इस घटना का स्पीडी ट्रायल कराया जाए और सीबीआई से जांच कराई जाए.

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दरअसल, 10 फरवरी को भू-माफिया ने एक जमीन विवाद में एक ही परिवार की एक गर्भवती महिला समेत तीन लोगों को जिंदा जला दिया था. इनमें से सबसे पहले गर्भवती महिला पिंकी झा के पेट में पल रहे बच्चे की जान चली गई थी. उसके बाद पिंकी और उसके भाई संजय झा ने भी पीएमसीएच में इलाज के क्रम में दम तोड़ दिया था. पुलिस ने इस मामले में अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. जबकि, मुख्य आरोपी शिवकुमार झा अब भी फरार है. वहीं, एसएसपी ने मामले में नगर थाना प्रभारी राकेश कुमार को सस्पेंड कर दिया है.

वहीं, ये घटना ने राजनीतिक रंग ले लिया है. 16 फरवरी को वामपंथी दलों और विपक्ष के साथ सत्ताधारी गठबंधन की पार्टी हम सेक्युलर ने दरभंगा बंद का आह्वान किया था जो असरदार रहा. दरभंगा के सांसद गोपालजी ठाकुर और जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने घटनी की सीबीआई जांच की मांग की है. पीड़ित परिवार और नेताओं ने इस मामले में दरभंगा पुलिस की संलिप्तता की जांच और एसएसपी पर कार्रवाई की मांग की है.

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