दरभंगा: मिथिला स्टूडेंट यूनियन ( Mithila Student Union ) 8 सितंबर को दरभंगा ( Darbhanga ) में प्रस्तावित एम्स ( AIIMS ) का प्रतीकात्मक शिलान्यास करेगा. संगठन ने एम्स बनने में हो रही देरी का विरोध करते हुए प्रस्तावित स्थल डीएमसीएच ( DMCH ) में भूमिपूजन और शिलान्यास करने का एलान किया है. इसके लिये एमएसयू ने उत्तर बिहार के विभिन्न जिलों से दान में मांग कर ईटें इकट्ठी की हैं.
ये भी पढ़ें:जल्द होगा दरभंगा एम्स का शिलान्यास: सांसद गोपाल जी ठाकुर
हालांकि एमएसयू के इस प्रतीकात्मक शिलान्यास कार्यक्रम को जिला प्रशासन की ओर से अनुमति नहीं मिली है. जिला प्रशासन ने एमएसयू को ऐसा करने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है. मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने इसको लेकर एक प्रेस वार्ता की. जिसमें एमएसयू के समर्थन में मिथिला के दूसरे संगठनों के अधिकारी भी शामिल हुए और अपनी योजना के बारे में जानकारी दी.
एमएसयू के संस्थापक अध्यक्ष अनूप मैथिल ने कहा कि उन लोगों ने एक अगस्त को यह घोषणा किया था कि अगर सरकार एम्स निर्माण में देरी करती है तो वे लोग 8 सितंबर को प्रतीकात्मक रूप से इसका शिलान्यास करेंगे. उन्होंने कहा कि एमएसयू अपनी घोषणा पर कायम है और 8 सितंबर को वे लोग प्रस्तावित निर्माण स्थल डीएमसीएच में जाकर भूमि पूजन करेंगे और शिलान्यास की ईंट रखेंगे.
अनूप मैथिल ने कहा कि एमएसयू ने उत्तर बिहार और मिथिलांचल के जिलों में घूम-घूम कर दान में एम्स निर्माण के लिए ईंटें मांगी है. सभी ईंटें सुरक्षित हैं. उन्होंने कहा जिला प्रशासन ने उन्हें चेतावनी दी है कि अगर वे लोग प्रतीकात्मक शिलान्यास कार्यक्रम आयोजित करेंगे तो प्रशासन की ओर से उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि वे लोग प्रशासन की कार्रवाई से डरने वाले नहीं हैं और 8 सितंबर को हर हाल में शिलान्यास कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.
मिथिला राज्य निर्माण सेना के महासचिव राजेश झा ने कहा कि उनका संगठन एमएसयू के समर्थन में शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होगा. उन्होंने कहा कि यह जनता का सवाल है और इसके लिए वे आंदोलन कर रहे हैं. राजेश झा ने कहा कि शिलान्यास के बाद अगर सरकार एम्स के निर्माण से हाथ खींच लेती है तो मिथिला के लोगों में इतनी ताकत है कि वे अपने लिए एम्स का निर्माण खुद कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें:दरभंगा: केंद्रीय टीम ने एम्स निर्माण स्थल का किया निरीक्षण, सांसद बोले-'जल्द शुरू होगा काम'