दरभंगा: राजनीति में कोई किसी का सगा नहीं होता और मौकापरस्ती यहां कभी अचरज की बात नहीं होती. बिहार विधानसभा चुनाव में टिकट से वंचित नेताओं की गतिविधि देख कर यह सिद्ध हो गया है. अभी तक जेडीयू के हायाघाट से विधायक अमरनाथ गामी टिकट कटता देख अब पाला बदल रहे हैं. उनकी नजर में नीतीश कुमार अब 'कुर्सी प्रेमी' और तेजस्वी यादव 'बिहार का भविष्य' हो गए हैं. अब वे लालू प्रसाद, तेजस्वी यादव और राजद की तारीफ में कसीदे गढ़ रहे हैं.
'नीतीश कुमार कुर्सी प्रेमी हैं'
दरअसल, शनिवार को दरभंगा में अपने आवास पर एक प्रेस कांफ्रेंस में अमरनाथ गामी ने कहा कि नीतीश कुमार कुर्सी प्रेमी हैं. नीतीश को लगता है कि उनके पास से अगर कुर्सी चली गई, तो बिहार का बुरा हाल हो जाएगा. गामी ने कहा कि कुर्सी प्रेम में ही नीतीश ने ललन सिंह को दोबारा गले लगा लिया.
फिर मांझी को गले लगाया, लालू से मिले और भाजपा से भी मेल किया. उन्होंने पूछा कि गरीब के बच्चे अमरनाथ गामी ने 6 महीने तक उनके लिए जिदाबाद-जिदाबाद किया. फिर आखिर क्या हुआ कि उनको नहीं मिलाया. गामी ने नीतीश कुमार से पूछा कि उनको वैश्य समाज से क्या दुश्मनी है.
'बिहार में 15 साल से ज्यादा किसी का शासन अब तक नहीं रहा'
अमरनाथ गामी ने दावा किया कि लोजपा का वोटर जेडीयू को कभी वोट नहीं देगा, क्योंकि उनके बीच काफी खटास बढ़ गई है. गामी ने कहा कि जो बड़े-बड़े नेता तेजस्वी को बच्चा कह कर कटाक्ष कर रहे हैं. उन्होंने बिहार को बर्बाद किया है. उन्होंने उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी पर हमला करते हुए कहा कि सुशील मोदी के पास कोई काम नहीं है. उन्होंने बिहार को बर्बाद किया कि बिहार का भला किया वे खुद समझ सकते हैं.
गामी ने कहा कि तेजस्वी बिहार का भविष्य हैं. उन्होंने कहा कि वे राजद के प्रवक्ता तो नहीं हैं, लेकिन इतना कह सकते हैं कि महागठबंधन मुकाबले में आ गया है और एनडीए की सरकार जा सकती है. वहीं उन्होंने कहा कि वे यह बात इसलिए नहीं कह रहे हैं कि राजद में जाने वाले हैं. बल्कि इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि बिहार में 15 साल से ज्यादा किसी का शासन अब तक नहीं रहा. नीतीश के लिए ये समय खतरनाक है.
नाराज चल रहे है गामी
बता दें कि अमरनाथ गामी पहले भाजपा के जिलाध्यक्ष हुआ करते थे. भाजपा के टिकट पर ही वे 2010 में हायाघाट से विधायक बने, लेकिन उसके बाद उनकी भाजपा से अनबन हुई, तो वे नीतीश कुमार की शरण में चले गए. 2015 में वे जदयू से फिर से हायाघाट के विधायक चुने गए, लेकिन कार्यकाल पूरा होने के पहले ही उनकी जदयू से भी खटपट हो गई. आखिरकार पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया और अब उनका टिकट भी काट दिया गया है. इससे नाराज होकर अब गामी नए आशियाने राजद का रुख कर रहे हैं. इसलिए वे लालू परिवार का गुणगान कर रहे हैं.