दरभंगा: कोविड-19 टीकाकरण के पहले चरण की शुरुआत 16 जनवरी 2021 से की जाएगी. पहले चरण में स्वास्थ्य कार्य से जुड़े लोगों का वैक्सीनेशन किया जाएगा. जिसमें सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों, निजी क्लिनिकों एवं नर्सिंग होम, निजी हॉस्पिटल में कार्य करने वाले सभी चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों, आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका और आशा कार्यकर्ता शामिल हैं.
16 जनवरी से होगा पहले चरण का टीकाकरण
टीकाकरण पंजीकृत स्वास्थ्य कर्मियों का ही किया जाएगा. इसके लिए जिला स्वास्थ्य समिति, दरभंगा द्वारा स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर सरकारी और निजी स्वास्थ्य कर्मियों, चिकित्सकों के नाम और बायोडाटा संकलित कर डाटा अपलोड किया जा रहा है. निजी क्लिनिक और नर्सिंग होम के स्वास्थ्य कर्मियों के लिए डाटा अपलोड करने की अंतिम तारीख 12 जनवरी 2021 निर्धारित है. यदि अभी तक किसी निजी चिकित्सक या निजी स्वास्थ्य कर्मी ने अपना नाम और डाटा अपलोड नहीं कराया है तो जिला स्वास्थ्य समिति दरभंगा के डीएमईओ ब्रजेश कुमार के मोबाइल नंबर 9471007351 पर संपर्क कर अपना नाम और डाटा अपलोड करवा सकते हैं.
43 दिनों के बाद होता है कोविड-19 के टीके का असर
पहले चरण के टीकाकरण की तैयारी को लेकर वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए एक बैठक की गई. बैठक को संबोधित करते हुए मुख्य सचिव दीपक प्रसाद ने बताया कि कोविड-19 के टीके का असर 43 दिनों के बाद होता है. किसी व्यक्ति को पहले दिन के टीका लगाने के 28 वें दिन फिर से टीका लगाया जायेगा. इसके 15 दिनों के बाद उसके शरीर में कोविड 19 के खिलाफ एंटीबॉडी यानी प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है. इसलिए जिन्हें भी टीका लगाया जाएगा, उन्हें 45 दिनों तक कोविड-19 से बचाव के लिए निर्धारित गाइडलाइन का अनुपालन करते रहना होगा.
डीएम ने टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य समिति को दिया निर्देश
वहीं मुख्य सचिव ने कहा कि बड़े पैमाने पर टीकाकरण होनेवाला है. इसलिए हो सकता है कि एक दो लोगों में कुछ विपरीत शरीरिक प्रतिक्रिया भी हो. लेकिन, इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है. अमूमन व्यापक पैमाने के सभी टीकाकरण में इस तरह के दृश्य सामने आते हैं. पोलियो के टीकाकरण में भी कभी कभी किसी बच्चे में विपरीत प्रतिक्रिया दिखती रही है और अभी भी यह दृश्य सामने आता है. इसका तात्पर्य यह नहीं है कि टीका में किसी प्रकार की कोई खराबी है. बैठक के बाद डीएम ने कोविड-19 के पहले चरण के टीकाकरण के लिए व्यापक पैमाने पर तैयारी करने का निर्देश जिला स्वास्थ्य समिति को दिया.