दरभंगा: बिहार में एक ओर जहां कई जिलों में बाढ़ (Flood in Bihar) तांडव मचा रही है. वहीं, इसका असर आम जन जीवन पर भी पड़ रहा है. दरभंगा के कई गांवों का प्रखंड मुख्यालय और जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है.
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जानकारी के अनुसार, बिहार के दरभंगा के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है. जिले के हायाघाट, हनुमाननगर, गौड़ाबौराम, घनश्यामपुर, कुशेश्वरस्थान पूर्वी एवं केवटी के 27 पंचायतें बाढ़ प्रभावित हैं. इनमें 8 पंचायत पूर्णतः एवं 19 पंचायत अंशतः प्रभावित हैं. कुल 79 गावों के 58 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं.
बाढ़ का पानी सड़क ( Flood Water On Road ) पर आ जाने से कई पंचायतों का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से टूट गया है. सड़क पर बाढ़ के पानी के आ जाने के कारण लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर सड़कें पार कर रहे हैं. जिससे हमेशा दुर्घटना का डर बना रहता है.
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वहीं, अगर बात करें शहर के बाईपास से सटे भरौल लिंक रोड की तो विभागीय उदासीनता के कारण आवागमन पूरी तरह बाधित है. बता दें कि हर साल बाढ़ में इस सड़क पर डूबने से कई लोगों की मौतें होती रही हैं, इसके बावजूद स्थानीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा समुचित व्यवस्था नहीं कराई गई है.
बताते चलें कि बिहार में हर साल बाढ़ से भारी तबाही होती है. जिससे लाखों लोग प्रभावित होते हैं. कई लोगों के घर बाढ़ में बह जाते हैं तो कई लोगों को जान से हाथ धोना पड़ता है. बाढ़ के प्रमुख कारणों में नेपाल से आने वाला पानी है. इसकी वजह से कोसी, कमला, बागमती, गंडक, महानंदा और गंगा मानसून के समय बेहद खतरनाक रूप ले लेती हैं.
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