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मैथिली फिल्म मेकर और सामाजिक कार्यकर्ता रजनीकांत पाठक ने दरभंगा स्नातक विधान परिषद सीट से किया नामांकन - मिथिलांचल का शैक्षणिक विकास

रजनीकांत पाठक ने कहा कि दरभंगा इतने बड़े भू-भाग में है. लेकिन एक बार भी सदन में यहां केंद्रीय विवि बनाने की मांग नहीं उठाई गई. एमएसयू समेत कई छात्र संगठन इसके लिए लगातार मांग उठाते रहे हैं. लेकिन जन प्रतिनिधि के रूप में इसकी मांग कभी नहीं उठाई गई. जो स्नातक बेरोजगार हैं, उनकी कभी बात नहीं की गई.

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Published : Oct 1, 2020, 7:40 PM IST

दरभंगाः चर्चित मैथिली फिल्म 'लव यू दुल्हिन' के निर्माता और राष्ट्रीय संस्था एकता शक्ति फाउंडेशन के उपाध्यक्ष रजनीकांत पाठक ने गुरुवार को दरभंगा स्नातक विधान परिषद सीट से नामांकन किया. इसके पहले उन्होंने राज दरभंगा के श्यामा मंदिर में पूजा-अर्चना की. रजनीकांत पाठक को मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने समर्थन दिया है. ईटीवी भारत संवाददाता विजय कुमार श्रीवास्तव से खास बातचीत करते हुए उन्होंने अपने चुनावी एजेंडे का खुलासा किया.

मैथिली फिल्म मेकर ने किया नामांकन
ईटीवी भारत से बात करते हुए रजनीकांत पाठक ने कहा कि पिछले 30 साल में मिथिलांचल का शैक्षणिक विकास नहीं हुआ. उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग भी यहां से विधान परिषद का चुनाव जीत कर गए. वे पटना की राजनीति में मशगूल हो गए. उन्होंने कहा कि वे मिथिलांचल के जिलों के हर प्रखंड में गए और शिक्षकों का दर्द समझा और शिक्षकों का मामला सदन में नहीं उठा. एक साजिश के तहत शिक्षकों का केस हरवाया गया, उन्हें कुचला गया.

रजनीकांत पाठक ने कहा कि दरभंगा इतने बड़े भू-भाग में है. लेकिन एक बार भी सदन में यहां केंद्रीय विवि बनाने की मांग नहीं उठाई गई. एमएसयू समेत कई छात्र संगठन इसके लिए लगातार मांग उठाते रहे हैं. लेकिन जन प्रतिनिधि के रूप में इसकी मांग कभी नहीं उठाई गई. जो स्नातक बेरोजगार हैं, उनकी कभी बात नहीं की गई.

पेश है खास रिपोर्ट

2014 से वित्त रहित शिक्षकों का अनुदान बाकी
रजनीकांत पाठक ने कहा कि वित्त रहित शिक्षकों के साथ बहुत बड़ी साजिश हुई है, जो हाई स्कूल धरातल पर नहीं हैं. वहां सुविधाएं दी जा रही हैं. ये जन प्रतिनिधियों के निकम्मेपन की वजह से हो रहा है कि वित्त रहित कॉलेजों को ही समाप्त किया जा रहा है. 2014 से वित्त रहित शिक्षकों का अनुदान बाकी है. उन्होंने कहा कि बोर्ड की ओर से उसकी जांच की जाएगी. वे इस मुद्दे को लेकर आगे बढ़ेंगे.

कला-संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए काम
रजनीकांत पाठक ने कहा कि उन्होंने यहां की कला-संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए काम किया है. उन्होंने दो फीचर फिल्में बनाई. मिथिला की भयानक बाढ़ कुसहा त्रासदी पर फिल्म बनाई. उनकी बनाई 'लव यू दुल्हिन' मैथिली की पहली फीचर फिल्म थी, जो पीवीआर में प्रदर्शित हुई. उन्होंने कहा कि ये सारी पहल मिथिला की भाषा को मजबूत करने के लिए की गई. मिथिला का जो बृहद स्वरूप था, उसे युवाओं के साथ मिल कर बहाल किया जाएगा. बाबा विद्यापति और बाबा नागार्जुन की मिथिला को फिर स्थापित किया जाएगा.

दरभंगाः चर्चित मैथिली फिल्म 'लव यू दुल्हिन' के निर्माता और राष्ट्रीय संस्था एकता शक्ति फाउंडेशन के उपाध्यक्ष रजनीकांत पाठक ने गुरुवार को दरभंगा स्नातक विधान परिषद सीट से नामांकन किया. इसके पहले उन्होंने राज दरभंगा के श्यामा मंदिर में पूजा-अर्चना की. रजनीकांत पाठक को मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने समर्थन दिया है. ईटीवी भारत संवाददाता विजय कुमार श्रीवास्तव से खास बातचीत करते हुए उन्होंने अपने चुनावी एजेंडे का खुलासा किया.

मैथिली फिल्म मेकर ने किया नामांकन
ईटीवी भारत से बात करते हुए रजनीकांत पाठक ने कहा कि पिछले 30 साल में मिथिलांचल का शैक्षणिक विकास नहीं हुआ. उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग भी यहां से विधान परिषद का चुनाव जीत कर गए. वे पटना की राजनीति में मशगूल हो गए. उन्होंने कहा कि वे मिथिलांचल के जिलों के हर प्रखंड में गए और शिक्षकों का दर्द समझा और शिक्षकों का मामला सदन में नहीं उठा. एक साजिश के तहत शिक्षकों का केस हरवाया गया, उन्हें कुचला गया.

रजनीकांत पाठक ने कहा कि दरभंगा इतने बड़े भू-भाग में है. लेकिन एक बार भी सदन में यहां केंद्रीय विवि बनाने की मांग नहीं उठाई गई. एमएसयू समेत कई छात्र संगठन इसके लिए लगातार मांग उठाते रहे हैं. लेकिन जन प्रतिनिधि के रूप में इसकी मांग कभी नहीं उठाई गई. जो स्नातक बेरोजगार हैं, उनकी कभी बात नहीं की गई.

पेश है खास रिपोर्ट

2014 से वित्त रहित शिक्षकों का अनुदान बाकी
रजनीकांत पाठक ने कहा कि वित्त रहित शिक्षकों के साथ बहुत बड़ी साजिश हुई है, जो हाई स्कूल धरातल पर नहीं हैं. वहां सुविधाएं दी जा रही हैं. ये जन प्रतिनिधियों के निकम्मेपन की वजह से हो रहा है कि वित्त रहित कॉलेजों को ही समाप्त किया जा रहा है. 2014 से वित्त रहित शिक्षकों का अनुदान बाकी है. उन्होंने कहा कि बोर्ड की ओर से उसकी जांच की जाएगी. वे इस मुद्दे को लेकर आगे बढ़ेंगे.

कला-संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए काम
रजनीकांत पाठक ने कहा कि उन्होंने यहां की कला-संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए काम किया है. उन्होंने दो फीचर फिल्में बनाई. मिथिला की भयानक बाढ़ कुसहा त्रासदी पर फिल्म बनाई. उनकी बनाई 'लव यू दुल्हिन' मैथिली की पहली फीचर फिल्म थी, जो पीवीआर में प्रदर्शित हुई. उन्होंने कहा कि ये सारी पहल मिथिला की भाषा को मजबूत करने के लिए की गई. मिथिला का जो बृहद स्वरूप था, उसे युवाओं के साथ मिल कर बहाल किया जाएगा. बाबा विद्यापति और बाबा नागार्जुन की मिथिला को फिर स्थापित किया जाएगा.

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