दरभंगा: ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह को आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. राजभवन ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है. प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह पहले से ही 3 विश्वविद्यालयों के कुलपति का प्रभार देख रहे हैं और अब उन्हें चौथे विश्वविद्यालय के कुलपति का प्रभार दिया गया है.
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बिहार के राज्यपाल सह विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति के निर्देश पर राजभवन ने ये अधिसूचना जारी किया है. इस अधिसूचना में राजभवन के संयुक्त सचिव राज कुमार सिन्हा ने कहा कि आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, पटना के कार्यवाहक कुलपति प्रो. एसएम करीम के इस्तीफा देने के बाद एलएनएमयू के कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह को आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति का अतिरिक्त प्रभार दिया जा रहा है. साथ ही अधिसूचना में कहा गया है कि प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय में नियमित कुलपति की नियुक्ति तक इस पद पर बने रहेंगे. यह फिलहाल अस्थायी व्यवस्था है.
4 विश्वविद्यालयों के कुलपति की जिम्मेदारी
बता दें कि प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के नियमित कुलपति हैं. इसके अलावा वो पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना और मौलाना मजहरूल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय, पटना का अतिरिक्त प्रभार पहले से देख रहे हैं. अब आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय का प्रभारी कुलपति बनाए जाने के बाद उनके पास 4 विश्वविद्यालयों के कुलपति की जिम्मेदारी हो गई है.
एकेडमिक और प्रशासनिक गतिविधियों पर पड़ रहा असर
दरअसल, बिहार के विश्वविद्यालयों में नियमित कुलपति नहीं होने की वजह से कई-कई विश्वविद्यालयों का प्रभार एक ही कुलपति के जिम्मे दिया गया है. इधर कोरोना महामारी की वजह से विश्वविद्यालयों में नियमित कुलपति की नियुक्ति में अभी और देरी होने की आशंका जताई जा रही है. एक कुलपति पर 4 विश्वविद्यालयों का प्रभार होने की वजह से विश्वविद्यालयों की एकेडमिक और प्रशासनिक गतिविधियों पर असर पड़ रहा है.