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दरभंगा: करजापट्टी के बिरने में फिर टूटा बांध, प्रशासन के सुस्त रवैये से ग्रामीणों में आक्रोश

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Published : Aug 4, 2020, 2:11 PM IST

बिहार में बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है. केवटी प्रखंड के बिरने गांव का बांध बार बार टूटने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

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दरभंगा(केवटी): जिले के केवटी प्रखंड के बिरने गांव का बांध फिर से टूट गया. ग्रामीणों ने इस बांध को बचाने के लिए दिन रात एक कर दिया था. चार दिन में दो बार बांध को पूरा बांध भी दिया गया था, लेकिन नदी की तेज धार के आगे ग्रामीणों की मेहनत बेकार साबित हो गई. स्थानीय लोग ठेकेदार और स्थानीय प्रशासन के सुस्त रवैये से काफी आक्रोशित हैं.

बीमार पड़ गए ग्रामीण
पहले भी ग्रामीणों ने मिट्टी के बोरे डालकर बांध को बांधने का काम किया था, लेकिन फिर से यह धराशायी हो गया और लोगों की मेहनत बेकार हो गई. स्थानीय लोगों ने बताया कि बांध की मरम्मती में प्रशासन काफी सुस्ती दिखा रहा है. जिससे लोगों को खुद ही यह काम करना पड़ रहा है. इस वजह से कई ग्रामीण बीमार पड़ गए. वहीं, कई लोग अब हिम्मत हार गए हैं.

देखें रिपोर्ट

शहरी क्षेत्र में बाढ़ की आशंका
बताया जा रहा है कि नदी का पानी अब शहर के बाहरी इलाकों में प्रवेश करने लगा है. बाजार समिति मुहम्मदपुर सड़क के बाधित होने की संभावना भी बढ़ गई है. ऐसे में इस बांध को जोड़ कर नदी के तेज प्रवाह को रोकना जरूरी हो गया है नहीं तो शहरी क्षेत्र भी बाढ़ की चपेट में जल्द ही आ जाएगा.

मरम्मती कार्य में लगा प्रशासन
हाथ पर हाथ धरे बैठा प्रशासन अब बांध को बांधने के काम में जुट गया है. बांध की मरम्मती कार्य में कई मजदूरों को लगाया गया है. अब देखने वाली बात है कि इस बार बांध को बांधने में सफलता मिलती है या नहीं. बता दें कि बिहार के कई जिलों में बांध टूट गया है, जिससे बाढ़ की भयावह स्थिति हो गई है.

दरभंगा(केवटी): जिले के केवटी प्रखंड के बिरने गांव का बांध फिर से टूट गया. ग्रामीणों ने इस बांध को बचाने के लिए दिन रात एक कर दिया था. चार दिन में दो बार बांध को पूरा बांध भी दिया गया था, लेकिन नदी की तेज धार के आगे ग्रामीणों की मेहनत बेकार साबित हो गई. स्थानीय लोग ठेकेदार और स्थानीय प्रशासन के सुस्त रवैये से काफी आक्रोशित हैं.

बीमार पड़ गए ग्रामीण
पहले भी ग्रामीणों ने मिट्टी के बोरे डालकर बांध को बांधने का काम किया था, लेकिन फिर से यह धराशायी हो गया और लोगों की मेहनत बेकार हो गई. स्थानीय लोगों ने बताया कि बांध की मरम्मती में प्रशासन काफी सुस्ती दिखा रहा है. जिससे लोगों को खुद ही यह काम करना पड़ रहा है. इस वजह से कई ग्रामीण बीमार पड़ गए. वहीं, कई लोग अब हिम्मत हार गए हैं.

देखें रिपोर्ट

शहरी क्षेत्र में बाढ़ की आशंका
बताया जा रहा है कि नदी का पानी अब शहर के बाहरी इलाकों में प्रवेश करने लगा है. बाजार समिति मुहम्मदपुर सड़क के बाधित होने की संभावना भी बढ़ गई है. ऐसे में इस बांध को जोड़ कर नदी के तेज प्रवाह को रोकना जरूरी हो गया है नहीं तो शहरी क्षेत्र भी बाढ़ की चपेट में जल्द ही आ जाएगा.

मरम्मती कार्य में लगा प्रशासन
हाथ पर हाथ धरे बैठा प्रशासन अब बांध को बांधने के काम में जुट गया है. बांध की मरम्मती कार्य में कई मजदूरों को लगाया गया है. अब देखने वाली बात है कि इस बार बांध को बांधने में सफलता मिलती है या नहीं. बता दें कि बिहार के कई जिलों में बांध टूट गया है, जिससे बाढ़ की भयावह स्थिति हो गई है.

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