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Darbhanga News: केवटगामा पुल पर मंडरा रहा खतरा, मुश्किल में बड़ी आबादी - कमला बलान नदी

कमला बलान नदी में पानी का स्तर बढ़ने से केवटगामा पुल ध्वस्त होने के कागार पर है. जिसे लेकर ग्रामीणों को चिंता सताने लगी है. वहीं, ग्रामीण इस पुल को बचाने में जुटे हुए हैं.

पुल ध्वस्त
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Published : Jun 8, 2021, 9:40 PM IST

दरभंगा: कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड में कमला बलान नदी उफान पर है. नदी की उपधारा पर बने केवटगामा-पछियारिरही पुल ध्वस्त होने से खतरा उत्पन्न गया है. नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण पुल के नीचे जलकुंभी का अंबार लग गया है. जिसके वजह से पुराने जर्जर पुल के नीचे पानी की धारा में अवरोध हो रहा है.

इसे भी पढ़ें: सारणः यूपी-बिहार को जोड़ने वाला जयप्रभा सेतु का एप्रोच पथ ध्वस्त

जलकुंभी हटाने में जुटे ग्रामीण
पुल पर बढ़ते खतरे को देखते हुए बड़ी संख्या में ग्राणीण जुट गए हैें. इसके साथ ही बांस-बल्ले से जलकुंभी हटाने में जुट गए हैं. यह पुल कुशेश्वर स्थान पूर्वी प्रखंड की 10 में से 8 पंचायतों की करीब डेढ़ लाख की आबादी के लिए लाइफलाइन है. यह पुल प्रखंड और जिला मुख्यालय से जोड़ती है. इसके ध्वस्त हो जाने के बाद इस बड़ी आबादी का संपर्क पूरी तरह टूट जाएगा.

ये भी पढ़ें: किशनगंज: गांव को मुख्य सड़क से जोड़ने वाली चचड़ी पुल ध्वस्त

पुल एकमात्र नजदीकी रास्ता
स्थानीय पप्पू कुमार ने कहा कि यह पुल इस बड़े इलाके के लोगों का प्रखंड मुख्यालय तक जाने का एकमात्र नजदीकी रास्ता है. जैसे ही पुल पर खतरा बढ़ने की खबर मिली, वैसे ही वे जुट गए. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से पुल को बचाने का उपाय करने की मांग की.

दरभंगा: कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड में कमला बलान नदी उफान पर है. नदी की उपधारा पर बने केवटगामा-पछियारिरही पुल ध्वस्त होने से खतरा उत्पन्न गया है. नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण पुल के नीचे जलकुंभी का अंबार लग गया है. जिसके वजह से पुराने जर्जर पुल के नीचे पानी की धारा में अवरोध हो रहा है.

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जलकुंभी हटाने में जुटे ग्रामीण
पुल पर बढ़ते खतरे को देखते हुए बड़ी संख्या में ग्राणीण जुट गए हैें. इसके साथ ही बांस-बल्ले से जलकुंभी हटाने में जुट गए हैं. यह पुल कुशेश्वर स्थान पूर्वी प्रखंड की 10 में से 8 पंचायतों की करीब डेढ़ लाख की आबादी के लिए लाइफलाइन है. यह पुल प्रखंड और जिला मुख्यालय से जोड़ती है. इसके ध्वस्त हो जाने के बाद इस बड़ी आबादी का संपर्क पूरी तरह टूट जाएगा.

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पुल एकमात्र नजदीकी रास्ता
स्थानीय पप्पू कुमार ने कहा कि यह पुल इस बड़े इलाके के लोगों का प्रखंड मुख्यालय तक जाने का एकमात्र नजदीकी रास्ता है. जैसे ही पुल पर खतरा बढ़ने की खबर मिली, वैसे ही वे जुट गए. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से पुल को बचाने का उपाय करने की मांग की.

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