ETV Bharat / state

कामेश्वर सिंह संस्कृत विवि के नए सत्र से अब चलेगी पाली, प्राकृत, योग और हिन्दू संस्कृति की क्लास

author img

By

Published : Jan 9, 2021, 8:33 AM IST

कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्व विद्यालय में आगामी नए सत्र में अब पाली, प्राकृत, योग और हिंदू संस्कृति भी पढ़ाया जाएगा. विवि के विद्वत परिषद ने इसकी मंजूरी दी. सीनेट से पास होने के बाद प्रस्ताव को राजभवन भेजा जाएगा.

विवि की बैठक
कामेश्वर सिंह विश्वविद्यालय में विद्वत परिषद की बैठक

दरभंगा: कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्व विद्यालय के नए सत्र में चार नए पाठ्यक्रम को शुरू करने की मंजूरी मिली. अब विवि में नए सत्र से दो प्राचीन भाषा (पाली और प्राकृत) समेत योग और हिंदू संस्कृति की पढ़ाई भी होगी. कुलपति की अध्यक्षता में आयोजित विवि के विद्वत परिषद की बैठक ने इन पाठ्यक्रमों को मंजूरी दी.

नए पाठ्यक्रम से विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ
संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. शशिनाथ झा ने बताया कि विद्वत परिषद की बैठक में विभिन्न विभागों के अध्यक्ष, महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य और विवि के अधिकारी शामिल हुए. इसमें नए पाठ्यक्रमों के साथ-साथ इस साल चलने वाली शैक्षणिक गतिविधियों को भी मंजूरी दी गई. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में प्राचीन विषयों से संबंधित कई पाठ्यक्रम चल रहे हैं. अब नए पाठ्यक्रमों के शुरू होने से विद्यार्थियों को ज्यादा लाभ मिलेगा.

देखें रिपोर्ट

यह भी पढ़ें: सीएम लॉ कॉलेज में दांव पर छात्रों का भविष्य, 120 सीटों के बदले 320 सीटों पर लिया एडमिशन

बता दें कि विद्वत परिषद से मंजूरी मिलने के बाद नए पाठ्यक्रमों से संबंधित प्रस्ताव को 17 जनवरी को होने वाली संस्कृत विश्वविद्यालय की सीनेट की बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा. वहां से मंजूरी मिलने के बाद डिग्री और पीजी स्तर के पाठ्यक्रमों को मंजूरी के लिए राजभवन भेजा जाएगा. जबकि स्ववित्तपोषित योजना के तहत संचालित पाठ्यक्रम को विश्वविद्यालय अपने स्तर से शुरू कर देगा.

दरभंगा: कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्व विद्यालय के नए सत्र में चार नए पाठ्यक्रम को शुरू करने की मंजूरी मिली. अब विवि में नए सत्र से दो प्राचीन भाषा (पाली और प्राकृत) समेत योग और हिंदू संस्कृति की पढ़ाई भी होगी. कुलपति की अध्यक्षता में आयोजित विवि के विद्वत परिषद की बैठक ने इन पाठ्यक्रमों को मंजूरी दी.

नए पाठ्यक्रम से विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ
संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. शशिनाथ झा ने बताया कि विद्वत परिषद की बैठक में विभिन्न विभागों के अध्यक्ष, महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य और विवि के अधिकारी शामिल हुए. इसमें नए पाठ्यक्रमों के साथ-साथ इस साल चलने वाली शैक्षणिक गतिविधियों को भी मंजूरी दी गई. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में प्राचीन विषयों से संबंधित कई पाठ्यक्रम चल रहे हैं. अब नए पाठ्यक्रमों के शुरू होने से विद्यार्थियों को ज्यादा लाभ मिलेगा.

देखें रिपोर्ट

यह भी पढ़ें: सीएम लॉ कॉलेज में दांव पर छात्रों का भविष्य, 120 सीटों के बदले 320 सीटों पर लिया एडमिशन

बता दें कि विद्वत परिषद से मंजूरी मिलने के बाद नए पाठ्यक्रमों से संबंधित प्रस्ताव को 17 जनवरी को होने वाली संस्कृत विश्वविद्यालय की सीनेट की बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा. वहां से मंजूरी मिलने के बाद डिग्री और पीजी स्तर के पाठ्यक्रमों को मंजूरी के लिए राजभवन भेजा जाएगा. जबकि स्ववित्तपोषित योजना के तहत संचालित पाठ्यक्रम को विश्वविद्यालय अपने स्तर से शुरू कर देगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.