दरभंगा: माघ महीने की बसंत पंचमी के दिन होने वाली मां सरस्वती की पूजा लोग बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं. इसको लेकर दरभंगा के हसनक, मौलगंज सहित कई जगहों पर कुंभकार की टोली मां सरस्वती की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं. इस बार मां सरस्वती की प्रतिमा के निर्माण पर भी महंगाई का असर देखने को मिल रहा है. बाजार में एक फुट से लेकर दस फुट तक की मूर्ति की कीमत 500 रुपये से लेकर 15 हजार रुपये तक है.
'महंगाई आस्था पर नहीं पड़ने देंगे भारी'
वहीं, सरस्वती पूजा को लेकर शहर के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों के छात्र और अभिवावकों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. महंगाई के इस दौर में भी हर सड़क, गली तक में पूजा समितियों की ओर से हर्षोल्लास के साथ सरस्वती पूजा की तैयारी चल रही है. जिसको लेकर कई पूजा समिति अपने बजट के हिसाब से मूर्तियों की खरीदारी कर रहे हैं. मूर्ति की खरीदारी करने आए एक युवक ने कहा कि महंगाई तो काफी बढ़ गई है. जिस कारण हम लोगों ने अपने बाहरी बजट की कटौती की है. उन्होंने कहा कि महंगाई कितनी भी बढ़ जाए हम लोग आस्था पर भारी नहीं पड़ने देंगे.
महंगाई के चलते ग्राहकों में आ रही है कमी
कुंभकार ने बताया कि एक मूर्ति को बनाने में पांच दिन से लेकर दस दिनों का वक्त लगता है. जबकि अब शहर में ना तो मिट्टी मिलती है और ना ही बांस इत्यादि. साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले साल जो मिट्टी 600 रुपये में मिल रही थी, वो इस साल 1200 रुपये में खरीद कर मूर्ति का निर्माण कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पहले ग्राहकों की कमी नहीं होती थी, लेकिन लगातार बढ़ रही महंगाई के चलते पिछले वर्षों से ग्राहकों में लगातार कमी आ रही है, जिसके चलते उचित मेहनताना भी नहीं मिल पा रहा है.