दरभंंगाः नदियों के जलस्तर में हो रहे लगातार वृद्धि के कारण जिले के आठ प्रखंड के 107 पंचायत बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं. वहीं हायाघाट प्रखंड के करेंह और बागमती के नदी के जल स्तर में वृद्धि होने के कारण तीन पंचायत की आबादी का जन जीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है.
सड़क पर बाढ़ का पानी आ जाने के कारण लोगों के आवागमन का एकमात्र साधन नाव ही बच गया है. वहीं जिन लोगों के घर के अंदर बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. वहां के लोगों ने अपने घरों से निकलकर तटबंध पर शरण ले रखा है.
अनाज सहित अन्य सामान चढ़े बाढ़ की भेंट
दरअसल लगातार हो रही बारिश तथा बैराज से छोड़े गए पानी के कहर से हायाघाट प्रखंड के फिलहाल तीन पंचायत के 18 से 19 वार्ड जलमग्न हो गए है. जहां के लोग गांव से निकलकर सिरनिया तटबंध पर शरण लिए हुए हैं. तटबंध पर शरण लिए हुए बाढ़ पीड़ित प्रीतम सहनी ने कहा कि गांवों में बाढ़ का पानी आ जाने के कारण हमलोग अपने परिवार के साथ यहां रह रहे हैं. अचानक पानी आ जाने के चलते अनाज सहित सारा सामान बाढ़ की भेंट चढ़ गए हैं. हमलोग मजबूरी में यहां रह रहे हैं. वहीं उन्होंने ने कहा कि आज से सरकार की तरफ से हम लोगों के लिए खाने की व्यवस्था की गई है.
तीन पंचायत के हजारों लोग प्रभावित
वहीं हायाघाट प्रखंड के विकास पदाधिकारी राकेश कुमार ने कहा कि हमारे प्रखंड के बिलासपुर, रुस्तमपुर तथा मल्हिपट्टी दक्षिणी पंचायत सबसे ज्यादा प्रभावित है. वहां के लोगों को गांव से सुरक्षित स्थानों पर लाया गया है. उनके लिए सरकारी स्तर पर सारी व्यवस्था की जा रही है.
सामुदायिक रसोई की व्यवस्था
वहीं, राकेश कुमार ने कहा कि सभी बाढ़ पीड़ितों को पॉलिथीन शीट के साथ ही तीन जगहों पर सामुदायिक रसोई चलाकर भोजन कराया जा रहा है. वहीं उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार बाढ़ प्रभावित लोगों को 6 हजार की राशि का भुगतान किया जाना है. उस दिशा में भी पहल की जा रही है.