दरभंगा: उत्तर बिहार का बाढ़ प्रभावित इलाका जहां बाढ़ के पानी ने भारी तबाही मचाई है. हर तरफ पानी ही पानी. मंजर ऐसा की देख कर रूह कांप जाए. बाढ़ के बाद भूखे-प्यासे लोग जान जोखिम में डाल कर फूड पैकेट लूट रहे हैं.
नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्रों बारिश के बाद जिले में बाढ़ ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है. चारों तरफ सिर्फ बाढ़ का पानी. अपने ऊँचे घरों पर शरण ले रखे भूखे-प्यासे लोग राहत सामग्री की आस लगाए हैं. घर की छतों पर बैठे लोग को इस घड़ी का इंतजार रहता है कि कब हेलीकॉप्टर आसमान का चक्कर लगाएगा. हेलीकॉप्टर से फूट पैकेट गिरेगा और उसे लूट कर घर परिवार के लोगों की भूख मिटायेंगे.
फूड पैकेट के लिए लड़ते हैं जंग
ताजा दृश्य दरभंगा जिले का है. जहां समन्दर के रूप में तब्दील हो चुके गांव में सेना के दो हेलीकाप्टर फूड पैकेट उपर से गिरा रहे हैं. अचानक लोगों का झूंड गिर रहे पैकेट को लूटने के लिए बढ़ता है. फूड पैकेट लूटने की ऐसी होड़ कि एक-दूसरे को कुचलकर आगे की ओर बढ़ रहे हैं. अमूमन ऐसा दृश्य रोज देखने को मिलता है.
रोजाना गिराया जा रहा राहत सामग्री
सेना के दो हेलीकॉप्टर इन इलाकों में रोजाना राहत सामग्री गिरा रही है. इन बाढ़ पीड़ितों के लिए सेना का हेलीकॉप्टर एक उम्मीद की किरण है. उन्हें इस बात का एहसास है कि इससे पेट की आग बूझाने के लिए कुछ मिलेगा. सेना के जवान बाढ़ पीड़ितों के लिए किसी देवदूत से कम नहीं हैं. राहत सामग्री आसमान से गिरते ही भूख से बिलबिलाते लोग उस पर टूट पड़ रहे हैं. किसी के हाथ में लगता है तो कोई खाली हाथ ही रहा जाता है. इस दौरान कई बार फूड पैकेट के लिए बाढ़ पीड़ित के बीच हलकी फुलकी कहासुनी और झड़प होने की स्थिति भी उत्पन्न हो जा रही है.
30 टन से ज्यादा राहत सामग्री का वितरण
दरभंगा वायु सेना के कमांडिंग ऑफिसर राजेश कुमार ने बताया कि अब तक 30 टन से ज्यादा राहत सामग्री बाढ़ पीड़ितों के बीच गिराया गया है. इस कार्य में वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर को लगाया गया है. जरूरत पड़ने पर राहत वितरण का काम आगे भी जारी रहेगा.