दरभंगा: बागमती नदी के कहर से शहर के निचले इलाकों पहले ही जलमग्न हैं. इसी बीच जिला मुख्यालय के शहर लहेरियासराय के नजदीक भरौल में खिरोई नदी का जमींदारी बांध भी टूट गया. जिसके कारण मुसीबत दोगुनी हो गई है. इसके वजह से मुख्य शहर पर बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है.
जल संसाधन विभाग के 6 इंजीनियरों और करीब 100 मजदूरों की टीम इस बांध को फिर से बांधने में लगी हैं. लेकिन, बांध लगातार कट रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि खिरोई का जमींदारी बांध टूट जाने के कारण पानी तेजी से फैल रहा है.
हर साल होते हैं यही हालात
पानी बढ़ने से शहर के किलाघाट और लहेरियासराय के इलाकों पर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. करीब 50 मीटर में टूट चुके बांध को एक तरफ से बचाने का काम चल रहा है. लेकिन, दूसरी तरफ से पानी का अधिक दबाव होने की वजह से बांध लगातार कट रहा है. लोगों ने बताया कि यह बांध साल 1987, 2004 और 2007 की बाढ़ में भी टूटा था.
कमजोर बना था बांध
हर बार इसे नये सिरे से मजबूत बनाने का आदेश दिया गया था. लेकिन, इस बांध को बनाने में अनियमितता बरती गयी. जिस कारण यह कमजोर बना है. इसको लेकर विधानसभा में प्रश्न उठाया गया था. उसके बाद जांच के लिये पटना से इंजीनियरों की टीम आयी थी. फिर काम रुक गया. बांध को बचाने का पहले से कोई प्रयास नहीं किया गया. इसलिये अब मुसीबत हो रही है.
मरम्मत काम जारी है
जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता बबन प्रसाद ने बताया कि इंजीनियरों की टीम लगातार बांध को टूटने से बचाने का प्रयास कर रही है. सीमेंट की बोरियों से टूटे बांध की मरम्मत की जा रही है. अगर पानी का दबाव ऐसा ही रहा तो मरम्मत में दिक्कत आयेगी. इससे शहरी सुरक्षा तटबंध पर दबाव बढ़ रहा है. शहर पर बाढ़ का खतरा होगा.