दरभंगा: ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में शिक्षा शास्त्र विभाग (रेगुलर) का आठवां स्थापना दिवस मनाया गया. इस समारोह में बेहतर करने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया. इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य ज्ञानार्जन है. जब तक कोई विद्यार्थी इसका सही उद्देश्य नहीं जानता तब तक वह आगे चलकर अच्छा शिक्षक नहीं बन सकता.
'शिक्षा का पहला उद्देश्य है लर्निंग'
कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि वर्ष 1996 में यूनेस्को के तरफ से एक रिपोर्ट पेश की गई थी. जिसका नाम हायर एजुकेशन ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी था. इस रिपोर्ट का शीर्षक 'लर्निंग द ट्रेजर बिगिन' रविंद्र नाथ टैगोर की एक कविता की पहली पंक्ति से लिया गया था. उन्होंने कहा कि शिक्षा का पहला उद्देश्य ही है लर्निंग. किसी चीज को जानने के लिये पहले उसे सीखना होता है.
अच्छा शिक्षक बनने की दी प्रेरणा
कुलपति ने कहा कि ज्ञान अर्जित करना ही शिक्षा का मुख्य उद्देश्य है. जो शिक्षक ज्ञान नहीं अर्जित कर सका वह अच्छा शिक्षक नहीं बन सकता. इस दौरान उन्होंने सभी छात्रों को ज्ञान अर्जित कर उसे आने वाली पीढ़ियों को बांटने और जीवन में एक अच्छा शिक्षक बनने की प्रेरणा दी. इस समारोह में बिहार राज्य विवि सेवा आयोग, पटना के सदस्य डॉ. रविन्द्र नाथ वर्मा, एससीईआरटी, बिहार के पूर्व निदेशक प्रो. एसएन मोईन समेत कई गणमान्य मौजूद रहे.