दरभंगाः लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के साथ ही लोगों के सामने खाद्य सामग्री की समस्या उत्पन्न हो गई है. हालांकि, जिला प्रशासन हर संभव मदद करने मेंं जुटा है. आज जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन के पास एक संदेश पहुंचा जिसे देख डीएम ने मामले को संज्ञान में लिया. मोबाइल पर संपर्क नहीं होने की स्थिति में पीड़ित परिवार को लोकेशन के आधार पर खोज कर मदद पहुंचाई गई.
आज डीएम के साइट पर एक महिला का सन्देश आया कि उसकी बहन दरभंगा शहर में फंसी हुई है. उसके पति दूसरे शहर में हैं. लॉक डाउन के कारण वो घर वापस नहीं आ सके. घर की माली हालत भी अच्छी नहीं है. वहीं, घर का सारा राशन समाप्त हो गया है. किसी से मदद मांगने में भी संकोच कर रही है. इसकी जानकारी तब मिली जब वह अपनी बहन को फोन किया. मैसेज पढ़ डीएम त्यागराजन ने इस मामले को संज्ञाऩ में लिया
मोबाइल लोकेशन के आधार पहुंचा मदद
जिलाधिकारी ने मैसेजे के आधार पर परिवार की खोजबीन शुरू कर दी. दूसरी तरफ उस परिवार का मोबाइल भी बंद था. ऐसे में मोबाइल लोकेशन के आधार पर उस परिवार की खोज निकाला गया. इसके बाद जिला प्रशासन की तरफ से दो लोग राहत पैकेट लेकर परिवार के घर पर पहुंचे. हाथों में राहत पैकेट लेकर दो व्यक्ति को आते देखकर बच्चे छत पर से तालियां बजाने लगे. वहीं, एक महिला ने नीचे उतर कर सामान लिया.
टीम ने बच्चों को खिलाया खाना
राहत सामग्री लेकर पहुंची टीम ने घर के बच्चों को खाना खिलाया. जिलाधिकारी के निर्देश पर पहुंचे लोगों ने कहा कि प्रशासन हर संभव मदद करेगी. बता दें कि महिला आस-पास के लोगों से अंजान है. वहीं, वार्ड पार्षद ने किरायेदार की बात जान मदद करने से इनकार कर दिया.
हर संभव मिलेगी मदद
महिला ने बताया कि दो दिन तक कोशिश करने के बपाद भी कुछ नहीं मिला. अपनी आपबीती फोन पर बहन को सुनाई. शायद बहन ने इसकी खबर प्रशासन तक पहुंचाई. वहीं, महिला ने इसके लिए जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया. मदद के लिए पहुंचे लोगों ने कहा कि इस पैकेट से 2 से 3 दिन तक खाना बनाया जा सकता है. वहीं, रोजाना फोन कर पूछा जाएगा. सहायता टीम ने हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है.