दरभंगा: समाहरणालय परिसर स्थित अंबेडकर सभागार में डीएम डॉ त्यागराजन की अध्यक्षता में बाढ़ राहत कार्य और पीएफएमएस के लिए भेजे जाने वाले डाटा को लेकर सभी संबंधित पदाधिकारी और अंचलाधिकारी के साथ ऑनलाइन बैठक की गई. वहीं जिलाधिकारी ने कुशेश्वरस्थान पूर्वी, हनुमान नगर, बहादुरपुर, जाले, दरभंगा ग्रामीण, केवटी, घनश्यामपुर, हायाघाट और गौड़ाबौराम आदि के अंचलाधिकारियों से एक-एक कर के पीएफएमएस के लिए भेजे जाने वाले डाटा की समीक्षा की.
बैठक में उन्होंने सभी अंचलाधिकारी को अच्छी तरह से सर्वेक्षण करा कर डाटा भेजने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि छूटे हुए लोगों की सूची प्राप्त होती है तो उसका भी पुनः सर्वेक्षण करा लिया जाए.
क्षतिग्रस्त मकान का डाटा इंट्री करने का निर्देश
जिलाधिकारी ने सामुदायिक किचन के संबंध में कहा कि बिना स्थल निरीक्षण किए सामुदायिक किचन बंद नहीं किया जाए. वहां के परिवार अभी भी विस्थापित हैं, तो सामुदायिक किचन चालू रखा जाए. बाढ़ प्रभावित इलाके में पानी घट गया है तो विस्थापित परिवार अपने घर चले गए हैं, तभी सामुदायिक किचन बंद किया जाए. लेकिन बंद करने से एक दिन पहले उन्हें सूचित कर दिया जाए, ताकि वे लोग अपनी व्यवस्था शुरु कर सकें. उन्होंने अंचलाधिकारियों से कहा कि जिस क्षेत्र में पानी घट गया है, उस क्षेत्र के क्षतिग्रस्त झोपड़ी या कच्चे मकान की क्षति का आकलन करा लिया जाए और उसकी डाटा इंट्री भी करा ली जाए.
फसल क्षति का आकलन करने का निर्देश
जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन ने बैठक में उपस्थित जिला कृषि पदाधिकारी को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पानी घटने के साथ ही फसल क्षति का आकलन करा लेने का निर्देश दिया. उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को कहा कि जिन क्षेत्रों में वास्तविक रुप से फसल लगाई गयी थी और उसकी क्षति हुई है. वहां फसल क्षति का आकलन करा कर शीघ्र प्रतिवेदन उपलब्ध करा दें.