दरभंगा : माछ, पान और मखान के लिए विश्व प्रसिद्ध मिथिला अब जलीय उत्पाद मखाना की ब्रांडिंग को लेकर अपनी एक अलग पहचान बना रहा है. मिथिला के मखाना को जी आई टैग पहले ही मिल चुका है. इसके बाद से मखाना को लेकर और इसके व्यापार को अलग-अलग तरह से प्रोत्साहित करने को लेकर सरकार की ओर से लगातार नई-नई मुहिम चलाई जा रही है. इसी कड़ी में बुधवार को जिला प्रशासन की ओर से समाहरणालय परिसर में मखाना के स्टॉल का विधिवत उद्घाटन किया गया.
मखाना को मिला है जीआई टैग : मुख्य अतिथि के तौर पर दरभंगा के जिलाधिकारी राजीव रौशन ने मखाना के स्टाॅल का उद्घाटन किया. जिलाधिकारी राजीव रौशन ने कहा कि मखाना मिथिला क्षेत्र की विशेष पहचान है. मिथिला के मखाना को जी आई टैग मिलने के बाद देश ही नहीं विदेशों में भी अपनी पहचान बना रहा है. मखाना की कई प्रकार की प्रोडक्ट बाजार में उपलब्ध है. इसमें विभिन्न प्रकार के फ्लेवर के साथ मखाना खीर भी उपलब्ध है. इसकी मांग बाजार में काफी बढ़ रही है.
"दरभंगा एयरपोर्ट पर भी मिथिला मखाना का स्टाल के साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर भी मखाना का स्टॉल खोला गया है. हमलोग प्रयास कर रहे हैं कि मिथिला का मखाना पूरे देश में अपनी अलग पहचान बना सके." - राजीव रौशन, जिलाधिकारी, दरभंगा
मखाना के कई उत्पाद बाजार में उपलब्ध : बताते चलें कि गत वर्ष लुधियाना स्थित संस्थान सीफेट में दरभंगा से 20 प्रगतिशील किसानों और उद्यमियों को भेजा गया था. वहां के पांच दिवसीय प्रशिक्षण का सकारात्मक परिणाम दिख रहा है. अभी मखान के विभिन्न मूल्य वर्धित उत्पाद, जैसे मखाना बिस्किट, मखाना खीर मिक्स, मखाना आइसक्रीम, मखाना आटा, शिशु आहार, मखाना लड्डू वह अन्य उत्पाद बाजार में उपलब्ध होने लगे हैं. वहीं पिछले वर्ष दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में इन उत्पादों का स्टॉल लगाया गया था. जिसमें अच्छी बिक्री हुई थी.
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