दरभंगा: जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन ने अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में पथ प्रमण्डल और ग्रामीण कार्य प्रमण्डलों के कार्यपालक अभियंतागणों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि दो दिनों के अंदर सभी पथों का सर्वेक्षण कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया जाए. इसके साथ ही सभी क्षतिग्रस्त पथों को तुरंत मोटरेबल बनाने का निर्देश दिया.
डीएम ने कहा कि जिन पथों पर निर्माण का कार्य चल रहा है, उसे तेजी से पूर्ण कराई जाए. वहीं जिस पथ का टेंडर स्वीकृत है, लेकिन अभी तक कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है, वहां अविलम्ब कार्य प्रारंभ की जाए. उन्होंने कहा कि समीक्षा में पाया गया कि पथ प्रमण्डल, दरभंगा/बेनीपुर सहित सभी ग्रामीण कार्य प्रमण्डलों के अन्तर्गत कई योजनाओं की प्रगति अत्यंत धीमी है.
पथों का सर्वेक्षण कर प्रतिवेदन देने का दिया निर्देश
जिलाधिकारी ने बैठक में अप्रसन्नता व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि सभी कार्यपालक अभियंतागणों को अपने सहयोगी एइ/जेइ के साथ उनके क्षेत्राधीन सभी पथों का सर्वेक्षण कर दो दिनों के अन्दर अद्यतन प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया. वहीं जिलाधिकारी ने बताया कि जाले के विधायक ने 18 पथों के क्षतिग्रस्त रहने की सूची सौंपी है.
निर्माण कार्य पर जताया खेद
जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन ने कहा कि अहिल्यास्थान से गौतम कुंड तक का अतिमहत्वपूर्ण पथ का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हुआ है, जो खेदजनक है. जबकि उस पथ का टेंडर भी स्वीकृत हो गया है. यहीं स्थिति सुपौल-बौराम रोड की भी है. इस पथ का भी टेंडर स्वीकृत है. शोभन-एकमीघाट वायपास के कई लिंक रोड भी क्षतिग्रस्त है. उजान, घनश्यामपुर पथ पर पुल का निर्माण कार्य अत्यंत धिरे है.
निर्माण कार्य को तेजी से पूरा कराने का दिया निर्देश
जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन ने उक्त पुल के पास बने अस्थाई डायवर्सन में हयूम पाइप देकर ऊंचा कराने का निर्देश दिया. इससे आवागमन बाधित नहीं हो सकेगा. इसके साथ ही अन्य कई पथों की निर्माण कार्य प्रगति की समीक्षा किया गया और इसे तेजी से पूरा कराने का निर्देश दिया गया. इसमें सतीघाट-राजघाट, लरझाघाट पथ, रमौल पथ, बड़ेही-बहेड़ा-गहदह पथ आदि शामिल है. इसके साथ ही बैठक में सभी अभियंता को पथ निर्माण हेतु भूमि अधिग्रहण कार्य के लिए विहित प्रक्रिया अपनाते हुए प्रस्ताव समर्पित करने को कहा गया है, जिससे लीज की कार्रवाई पूरी की जा सके.