दरभंगाः जिले में बुनियादी संजीवनी सेवा और जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से दिव्यांग बच्चों के लिए जांच और दिव्यांगता प्रमाणीकरण शिविर का आयोजन किया गया. शिविर का आयोजन लहेरियासराय स्थित आदर्श मध्य विद्यालय के प्रांगण में किया गया था. आयोजन में सदर अनुमंडल के 3 वर्ष से लेकर 18 वर्ष तक के दिव्यांग बच्चों की जांच की गई.
क्या है इनका कहना?
शिविर में अपने बच्चे की जांच कराने आयी एक स्थानीय ने बताया कि स्कूल के शिक्षक ने सूचना दी थी कि विद्यालय में दिव्यांग बच्चों की जांच की जा रही है. जांच के बाद दिव्यांगता का प्रमाण-पत्र दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि मेरी बेटी की आंख खराब है, जिसकी जांच कराने के लिए मैं यहां आयी हूं.
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मिला दिव्यांगता प्रमाण-पत्र
डॉ. तारिक मंजर ने कहा कि शिविर में आंख, ऑर्थोपेडिक, हेयरिंग सहित अन्य संबंधित दिव्यांगों की जांच की जा रही है. बच्चों की जांच के लिए डीएमसीएच से स्पेशलिस्ट डॉक्टर की टीम आई है. जांच के बाद रिपोर्ट अनुसार दिव्यांगों को प्रमाण-पत्र दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि जिन बच्चों में 40 प्रतिशत से ज्यादा विकलांगता पाई जाती है, उन्हें सरकारी सेवा सहित अन्य सुविधाओं का लाभ मिल सकता है. शिविर में विशेषज्ञ डॉक्टरों की जांच के बाद सैकड़ों दिव्यांग बच्चों को दिव्यांगता का प्रमाण-पत्र दिया गया है.