दरभंगा: दिल्ली विधानसभा चुनाव में जिन आठ सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है. उसमें लक्ष्मीनगर की सीट भी शामिल है. यहां से नवनिर्वाचित विधायक अभय कुमार वर्मा मूल रूप से बिहार के सारण जिले के रहने वाले हैं. उनका बचपन दरभंगा शहर में गुजरा है और उनकी प्रारम्भिक शिक्षा भी यहीं से हुई है. जीत के बाद दरभंगा पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया. इस दौरान ईटीवी भारत संवाददाता विजय कुमार श्रीवास्तव ने अभय कुमार वर्मा ने खास बातचीत की.
रिकॉर्ड मत से दिल्ली बार काउंसिल का चुनाव जीता
अभय कुमार वर्मा ने कहा कि दरभंगा में उनका जन्म हुआ और यहीं उनकी प्रारंभिक शिक्षा भी हुई है. स्नातक करने के बाद वे लॉ की पढ़ाई के लिए दिल्ली विवि चले गए. दिल्ली में ही अधिवक्ता बने और रिकॉर्ड मतों से बार काउंसिल का चुनाव जीता. उन्होंने कहा कि पूर्वांचल के लोगों को सम्मान दिलाने और उनकी सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक पहचान स्थापित करने के लिए वे राजनीति में आए. काफी साल तक लड़ाई लड़ी. इसके बाद भाजपा ने इन्हें पूर्वांचल मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया.
पूर्वांचल के लोगों की पहचान के लिए किया संघर्ष
विधायक ने बताया कि भाजपा में आने के बाद उन्होंने दिल्ली में एक लाख पूर्वांचल के लोगों को पार्टी का सदस्य बनाया. उसका परिणाम यह हुआ कि दिल्ली के कोने-कोने में पूर्वांचल के नेता दिखने लगे. उन्होंने पूर्वांचल के लोगों को सांस्कृतिक पहचान दिलाने के लिए छठ पर्व पर छुट्टी की मांग करते हुए लंबा आंदोलन चलाया. इसके बाद छठ पर सार्वजनिक छुट्टी घोषित हुई.
युवाओं के लिए बनाया खास एजेंडा
दिल्ली में सबसे ज्यादा युवा ही पलायन कर के जाते हैं, तो उनके लिए उनका एजेंडा क्या है, इस सवाल के जवाब में अभय ने कहा कि अपने विधानसभा लक्ष्मीनगर में वे युवाओं के लिए एक अत्याधुनिक डिजिटल लाइब्रेरी बनाएंगे. जिसमे दुनिया भर की सूचनाएं होंगी. इसके अलावा वे हर साल एक क्रिकेट टूर्नामेंट भी करवाएंगे. जिससे युवाओं को काफी लाभ मिलेगा.