दरभंगा: लखनऊ, अलीगढ़ और दिल्ली जैसे शहरों के इतिहास और कला-संस्कृति की झलक वहां के रेलवे स्टेशनों के भवन में देखने को मिलती है. बहुत जल्द ही संभव है कि अगली बार जब आप बिहार के ऐतिहासिक शहर दरभंगा आएं तो आपको यहां के रेलवे स्टेशन का भवन भी एक खूबसूरत महल जैसा देखने को मिले. इसके लिए कार्य शुरू हो गया है.
बता दें कि दरभंगा रेलवे स्टेशन के भवन को दरभंगा राज के 140 साल पुराने और दुनिया भर में मशहूर महल लक्ष्मेश्वर विलास पैलेस का लुक दिया जा रहा है. अगले कुछ महीनों में यह काम पूरा हो जाएगा. धरोहरों के संरक्षण के लिए काम करने वाली संस्था 'इ समाद फाउंडेशन' के प्रयास से ये काम किया जाएगा.
प्रोजेक्ट को मिल चुकी है स्वीकृति
'इ समाद फाउंडेशन' के ट्रस्टी और मिथिला विवि के सीनेटर संतोष कुमार ने इसके बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कुमुद सिंह और आशीष झा के नेतृत्व में बनाए गए इस प्रोजेक्ट को लेकर उनकी टीम 2017 के अंत में समस्तीपुर रेल मंडल के तत्कालीन डीआरएम आर.के जैन से मिली थी. उनसे लखनऊ, दिल्ली और अलीगढ़ जैसे स्टेशनों की तर्ज पर दरभंगा स्टेशन को भी हेरिटेज लुक देने का आग्रह किया गया था. ये योजना स्वीकृत होकर अब आकार ले रही है तो बहुत खुशी हो रही है. इसके अलावे उन्होंने बताया कि दरभंगा राज का उत्तर बिहार में रेलवे लाइन बिछाने में सबसे बड़ा योगदान रहा है. यह प्रोजेक्ट रेलवे की ओर से महाराजा के प्रति श्रद्धांजलि तो होगी ही. साथ ही यहां के लोगों को इससे धरोहरों को बचाने के प्रति जागरूक भी किया जा सकेगा.
कुलपति ने बताया सराहनीय कदम
दुनिया भर में मशहूर महल लक्ष्मेश्वर विलास पैलेस पर अधिकार रखने वाले संस्थान कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. सर्व नारायण झा ने रेलवे के इस कदम की सराहना की. उन्होंने इसे महाराजा के प्रति भारत सरकार की ओर से दिया गया सम्मान बताया. उन्होंने कहा कि रेलवे उनसे जो भी सहयोग मांगता है. वे दे रहे हैं. उन्होंने रेलवे को इस महल की कई तस्वीरें और वीडियो दिए हैं. जिससे स्टेशन को महल का लुक देने में मदद मिली है.