दरभंगा: 17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन (Darbhanga Railway Station) के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर पार्सल के एक बंडल में हुए विस्फोट मामले की जांच एनआईए (NIA) कर रही है. शुक्रवार को एनआईए की टीम दरभंगा पहुंची. इस बीच सूत्रों के अनुसार एक संदिग्ध का वीडियो सामने आया है. वीडियो स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे (CCTV Camera) का है. अब सुरक्षा एजेंसियों ने वीडियो की जांच शुरू कर दी है.
यह भी पढ़ें- Darbhanga Parcel Blast: UP ATS ने पिता-पुत्र को किया गिरफ्तार
विस्फोट स्थल के पास दिखा संदिग्ध
17 जून दोपहर 3.25 से लेकर 3.39 बजे के दो वीडियो फुटेज सामने आए हैं. पहले वीडियो में स्टेशन पर विस्फोट के समय का दृश्य है. प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर जब विस्फोट होता है तब वहां अफरा तफरी मच जाती है. आसपास से लोग जुटने लगते हैं. GRP के पुलिसकर्मी और थाना प्रभारी हारून रसीद आते दिखते हैं. आग बुझाने के लिए कुछ रेलकर्मी एक प्लास्टिक के बर्तन में पानी लेकर आते दिखते हैं.
दूसरे वीडियो में विस्फोट के बाद एक व्यक्ति कुर्ता-पायजामा और धागे वाली टोपी पहने विस्फोट स्थल के आसपास नजर आता है. वह प्लेटफॉर्म से होकर स्टेशन के बाहर निकल जाता है. इसके कुछ देर बाद वह स्टेशन पर लगे नल पर पानी पीने आता है और वहां से फिर निकल जाता है. पुलिस सूत्रों के अनुसार इस व्यक्ति के कुछ और वीडियो स्टेशन और उसके बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुए हैं.
स्टेशन परिसर में कई बार प्रवेश करता है संदिग्ध
संदिग्ध स्टेशन परिसर में कई बार प्रवेश करता और निकलता है. वह बदहवासी की हालत में रेल फुट ओवरब्रिज पर बार-बार चढ़ता और उतरता है. वह फोन पर लगातार किसी से बात करता नजर आता है. सूत्रों के अनुसार यह व्यक्ति विस्फोट के करीब 2 घंटे बाद तक स्टेशन पर दिखता है. इसके बाद जनसाधारण एक्सप्रेस पकड़कर चला जाता है. पुलिस इसे संदिग्ध मान रही है और उसकी तलाश में जुटी है.
तेलंगाना और यूपी में हिरासत में लिए गए हैं संदिग्ध
पार्सल ब्लास्ट मामले में 4 संदिग्धों को पकड़ा गया है. मामले की जांच में तीन राज्यों का आतंकवाद निरोधक दस्ता लगा है. बिहार के अलावा तेलंगाना और उत्तर प्रदेश में एटीएस की टीम कार्रवाई कर रही है. उत्तर प्रदेश ATS ने शामली से दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार संदिग्धों के नाम हाजी कासिम और कफील बताये जा रहे हैं. ये रिश्ते में पिता-पुत्र हैं. पार्सल पर लिखा मोबाइल नंबर शामली के कैराना कस्बे के कफील का था. दोनों संदिग्धों से कैराना थाने में पूछताछ की गई.
मो. सूफियान की तलाश में जुटी ATS
जिस पार्सल में धमाका हुआ था उसे दरभंगा के मो. सुफियान नामक शख्स के लिए बुक कराया गया था. दरभंगा ब्लास्ट मामले में जबसे मोहम्मद सूफियान का नाम सामने आया है तभी से वह जांच एजेंसियों के रडार पर है. एटीएस को शक है कि ये मो सूफियान अख्तर हो सकता है, जिसकी तलाश आतंकी कनेक्शन को लेकर 2016 से की जा रही है. 2016 में जब आतंकी सामी को गिरफ्तार किया गया था तो पहली बार मो. सूफियान का नाम सामने आया था. उसी समय से एटीएस को उसकी तलाश है. खबर के मुताबिक आतंकी सूफियान पाकिस्तान में आतंक की ट्रेनिंग ले चुका है.
यह भी पढ़ें- दरभंगा ब्लास्ट मामले में सुफियान का जावेद से जुड़ा कनेक्शन, जानें पिता ने क्या कहा...