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दरभंगा: नगर-निगम का एक और घोटाला, एक दिन पहले रजिस्टर्ड हुए फर्म को दिया शौचालय का टेंडर

नगर निगम ने दरभंगा रेलवे स्टेशन के पास एक शौचालय का निर्माण कराया है. इसका संचालन पीपीपी मोड में होना था. इसके लिए कुछ दिनों पहले निगम ने टेंडर निकाला था.

darbhanga municipal corporation
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Published : Nov 21, 2019, 1:04 PM IST

दरभंगा: जिले में नगर निगम ने दरभंगा रेलवे स्टेशन के पास एक शौचालय का निर्माण करवाया है. लेकिन इसके लिए एक दिन पहले ही टेंडर निकाला गया. जिसके तुरंत बाद एक दिन पहले निबंधित हुए फर्म पूर्वे इंटरप्राइजेज को निगम ने टेंडर दे दिया. जबकि इसके लिए कई अनुभवी फर्म ने टेंडर भरा था. जिसके बाद अब अधिकारियों की इस गड़बड़ी की जांच की जा रही है.

dmc accused of toilet scam
शौचालय घोटाला

शौचालय टेंडर में नगर निगम ने किया घोटाला
दरअसल, नगर निगम ने दरभंगा रेलवे स्टेशन के पास एक शौचालय का निर्माण कराया है. इसका संचालन पीपीपी मोड में होना था. इसके लिए कुछ दिनों पहले निगम ने टेंडर निकाला था. निगम ने नियमों को ताक पर रख कर टेंडर के निकलने के एक दिन पहले निबंधित हुए फर्म सुधीर पूर्वे इंटरप्राइजेज को संचालन की जिम्मेवारी सौंप दी. जबकि इसके लिए कई अनुभवी फर्म ने टेंडर भरा था.

दरभंगा नगर-निगम पर लगा शौचालय घोटाला का आरोप

जांच में जुटे अधिकारी
घोटाला सामने आने के बाद नगर निगम के अधिकारी हरकत में आये. अब मामले की जांच शुरू कर दी गयी है. नगर आयुक्त घनश्याम मीणा ने इस टेंडर प्रक्रिया को दोषपूर्ण माना है. उन्होंने स्वीकार किया है कि फर्म के पास जो कागजात थे. उनके आधार पर इस शौचालय के संचालन की जिम्मेवारी नहीं मिलनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि इसके जाचं के लिए 3 सदस्यीय एक जांच कमेटी बनायी गई है. जांच रिपोर्ट के बाद इस टेंडर को रद्द कर दोषी निगम कर्मियों पर भी कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़े-जापानी कंपनी बिहार में ऑर्गेनिक तरीके से कर रही है खरबूजा की खेती, युवा भी ले रहे ट्रेनिंग

पहले भी निगम ने किये हैं कई घोटाले
बता दें कि इससे पहले भी दरभंगा नगर निगम के डस्टबिन घोटाला, शौचालय भुगतान घोटाला और पेट्रोल-डीजल घोटाला सरीखे कई मामले सामने आते रहे हैं. काफी सुर्खियों में रहने के बाद भी जांच के बाद यहां दोषियों पर कार्रवाई होती ही रही है. देखना होगा कि ताजा मामले में नगर निगम प्रशासन क्या कार्रवाई करता है.

दरभंगा: जिले में नगर निगम ने दरभंगा रेलवे स्टेशन के पास एक शौचालय का निर्माण करवाया है. लेकिन इसके लिए एक दिन पहले ही टेंडर निकाला गया. जिसके तुरंत बाद एक दिन पहले निबंधित हुए फर्म पूर्वे इंटरप्राइजेज को निगम ने टेंडर दे दिया. जबकि इसके लिए कई अनुभवी फर्म ने टेंडर भरा था. जिसके बाद अब अधिकारियों की इस गड़बड़ी की जांच की जा रही है.

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शौचालय घोटाला

शौचालय टेंडर में नगर निगम ने किया घोटाला
दरअसल, नगर निगम ने दरभंगा रेलवे स्टेशन के पास एक शौचालय का निर्माण कराया है. इसका संचालन पीपीपी मोड में होना था. इसके लिए कुछ दिनों पहले निगम ने टेंडर निकाला था. निगम ने नियमों को ताक पर रख कर टेंडर के निकलने के एक दिन पहले निबंधित हुए फर्म सुधीर पूर्वे इंटरप्राइजेज को संचालन की जिम्मेवारी सौंप दी. जबकि इसके लिए कई अनुभवी फर्म ने टेंडर भरा था.

दरभंगा नगर-निगम पर लगा शौचालय घोटाला का आरोप

जांच में जुटे अधिकारी
घोटाला सामने आने के बाद नगर निगम के अधिकारी हरकत में आये. अब मामले की जांच शुरू कर दी गयी है. नगर आयुक्त घनश्याम मीणा ने इस टेंडर प्रक्रिया को दोषपूर्ण माना है. उन्होंने स्वीकार किया है कि फर्म के पास जो कागजात थे. उनके आधार पर इस शौचालय के संचालन की जिम्मेवारी नहीं मिलनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि इसके जाचं के लिए 3 सदस्यीय एक जांच कमेटी बनायी गई है. जांच रिपोर्ट के बाद इस टेंडर को रद्द कर दोषी निगम कर्मियों पर भी कार्रवाई की जाएगी.

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पहले भी निगम ने किये हैं कई घोटाले
बता दें कि इससे पहले भी दरभंगा नगर निगम के डस्टबिन घोटाला, शौचालय भुगतान घोटाला और पेट्रोल-डीजल घोटाला सरीखे कई मामले सामने आते रहे हैं. काफी सुर्खियों में रहने के बाद भी जांच के बाद यहां दोषियों पर कार्रवाई होती ही रही है. देखना होगा कि ताजा मामले में नगर निगम प्रशासन क्या कार्रवाई करता है.

Intro:दरभंगा। अक्सर घोटालों-अनियमितताओं के लिए सुर्खियों में रहने वाले दरभंगा नगर निगम की एक और कारस्तानी इन दिनों चर्चा में है। दरअसल नगर निगम ने दरभंगा रेलवे स्टेशन के पास एक शौचालय का निर्माण कराया है। इसका संचालन पीपीपी मोड में होना था। इसके लिए कुछ दिनों पहले निगम ने टेंडर निकाला था। निगम में सक्रिय टेंडर माफियाओं ने कर्मियों की मिलीभगत से नियमों को ताक पर रख कर टेंडर के निकलने के एक दिन पहले निबंधित हुए फर्म सुधीर पूर्वे इंटरप्राइजेज को संचालन की जिम्मेवारी सौंप दी गयी। जबकि इसके लिए कई अनुभवी फर्म ने टेंडर भरा था। नियमों के अनुसार पहले से शौचालय चलाने वाले अनुभवी फर्म को ही संचालन की जिम्मेवारी देनी थी। घोटाला सामने आने के बाद नगर निगम के अधिकारी हरकत में आये। अब मामले की जांच शुरू कर दी गयी है।Body:नगर आयुक्त घनश्याम मीणा ने इस टेंडर प्रक्रिया को दोषपूर्ण माना है। उन्होंने स्वीकार किया है कि फर्म के पास जो कागजात थे उनके आधार पर इस शौचालय के संचालन की जिम्मेवारी नहीं मिलनी चाहिए थी। उन्होंने तीन सदस्यीय एक जांच कमेटी बनायी है। जांच रिपोर्ट के बाद इस टेंडर को रद्द कर दोषी निगम कर्मियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। Conclusion:बता दें कि इसके पहले भी दरभंगा नगर निगम में डस्टबिन घोटाला, शौचालय भुगतान घोटाला और पेट्रोल-डीजल घोटाला सरीखे कई मामले सामने आते रहे हैं। काफी सुर्खियों में रहने के बाद भी जांच के बाद यहां दोषियों पर कार्रवाई सिफर ही रही है। देखना होगा कि ताजा मामले में नगर निगम प्रशासन क्या कार्रवाई करता है।

बाइट 1- घनश्याम मीणा, नगर आयुक्त, दरभंगा नगर निगम.

विजय कुमार श्रीवास्तव
ई टीवी भारत
दरभंगा
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