दरभंगा: जिले में नगर निगम ने दरभंगा रेलवे स्टेशन के पास एक शौचालय का निर्माण करवाया है. लेकिन इसके लिए एक दिन पहले ही टेंडर निकाला गया. जिसके तुरंत बाद एक दिन पहले निबंधित हुए फर्म पूर्वे इंटरप्राइजेज को निगम ने टेंडर दे दिया. जबकि इसके लिए कई अनुभवी फर्म ने टेंडर भरा था. जिसके बाद अब अधिकारियों की इस गड़बड़ी की जांच की जा रही है.
शौचालय टेंडर में नगर निगम ने किया घोटाला
दरअसल, नगर निगम ने दरभंगा रेलवे स्टेशन के पास एक शौचालय का निर्माण कराया है. इसका संचालन पीपीपी मोड में होना था. इसके लिए कुछ दिनों पहले निगम ने टेंडर निकाला था. निगम ने नियमों को ताक पर रख कर टेंडर के निकलने के एक दिन पहले निबंधित हुए फर्म सुधीर पूर्वे इंटरप्राइजेज को संचालन की जिम्मेवारी सौंप दी. जबकि इसके लिए कई अनुभवी फर्म ने टेंडर भरा था.
जांच में जुटे अधिकारी
घोटाला सामने आने के बाद नगर निगम के अधिकारी हरकत में आये. अब मामले की जांच शुरू कर दी गयी है. नगर आयुक्त घनश्याम मीणा ने इस टेंडर प्रक्रिया को दोषपूर्ण माना है. उन्होंने स्वीकार किया है कि फर्म के पास जो कागजात थे. उनके आधार पर इस शौचालय के संचालन की जिम्मेवारी नहीं मिलनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि इसके जाचं के लिए 3 सदस्यीय एक जांच कमेटी बनायी गई है. जांच रिपोर्ट के बाद इस टेंडर को रद्द कर दोषी निगम कर्मियों पर भी कार्रवाई की जाएगी.
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पहले भी निगम ने किये हैं कई घोटाले
बता दें कि इससे पहले भी दरभंगा नगर निगम के डस्टबिन घोटाला, शौचालय भुगतान घोटाला और पेट्रोल-डीजल घोटाला सरीखे कई मामले सामने आते रहे हैं. काफी सुर्खियों में रहने के बाद भी जांच के बाद यहां दोषियों पर कार्रवाई होती ही रही है. देखना होगा कि ताजा मामले में नगर निगम प्रशासन क्या कार्रवाई करता है.