दरभंगा: अभी एक महीना पहले ही भीषण बाढ़ की तबाही झेल कर उबरे दरभंगा शहर के कई इलाकों के लोग दोबारा बाढ़ और कटाव की चपेट में आ गए हैं. जन प्रतिनिधि और जिला प्रशासन चुनाव में व्यस्त हैं और इन पीड़ितों की सुधि लेने वाला कोई नहीं है. ऐसे में इन मतदाताओं में सरकार और सत्ताधारी दल के जन प्रतिनिधियों के प्रति बेहद नाराजगी है. मतदाता इनको सबक सिखाने की तैयारी में हैं.
कोई प्रतिनिधि नहीं पूछता है हाल
शहर के बाढ़ प्रभावित वार्ड 23 के वाजितपुर मोहल्ले के रमेश पासवान ने कहा कि जो प्रतिनिधि उनके लिए काम करेंगे वे उन्हीं को वोट देंगे. उन्होंने कहा कि उनके मोहल्ले की नदी से कटाव की समस्या दूर होनी चाहिए. उसके बाद यहां की सड़क बहुत जर्जर है वह भी ठीक होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कोई पूछने नहीं आता कि सड़क की क्या स्थिति है.
शहरी मतदाता, बोले- जो करेगा काम उसी देंगे वोट. किए जाए कटाव रोकने के उपायवाजितपुर की शीला देवी ने कहा कि वे लोग अपने बाल-बच्चों के साथ कटाव के खतरे के बीच रह रही हैं. वोट मांगने के लिए नेता लोग आते हैं तो वे लोग उनसे कटाव रोकने का उपाय करने की मांग करते हैं. उन्होंने कहा कि नदी के दूसरी तरफ बांध बनाया गया है लेकिन उनकी तरफ खुला छोड़ दिया गया है, जब तक उनकी तरफ कटाव रोकने का उपाय नहीं किया जाएगा तब तक वे इन नेताओं को वोट नहीं देंगी.
जो बांध बनाएगा वह वोट पाएगास्थानीय रितु देवी ने कहा कि उनका बच्चा खेलते-खेलते नदी में गिर गया. जैसे-तैसे उसे बचा कर निकाला गया. उन्होंने कहा कि जो भी उनके लिए बांध बना कर उनका घर बचाएगा वे उसी को वोट देंगी. उन्होंने कहा कि नेता हर बार फुसला कर वोट लेकर चले जाते हैं और दोबारा पूछने भी नहीं आते हैं.
15 साल से विधायक हैं फिर भी कुछ नहीं हुआ है कामस्थानीय राजीव कुमार ने कहा कि वह सत्ता पक्ष के विरोध में मतदान करेंगे. उन्होंने कहा कि यहां के विधायक या मुख्यमंत्री चाहे जिस भी दल के रहें हों उन लोगों ने यहां के लोगों के लिए काम नहीं किया. उन्होंने कहा कि यहां दलित समाज के लोग रहते हैं जिनके घर मिट्टी के होते हैं. बाढ़ आने पर ये घर गिर जाते हैं. उन्होंने कहा कि अब तो कटाव भी हो रहा है और लोगों के पास 2-3 धुर जमीन है. पिछले 15 साल से संजय सरावगी यहां के विधायक हैं लेकिन उन्होंने हम लोगों के लिए कुछ नहीं किया.