दरभंगा: बिहार के दरभंगा (Darbhanga) जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. प्रत्येक वर्ष बाढ़ की दंश झेल रहे लोगों को फिर से अपने फसल के साथ सामानों के नुकसान का डर सताने लगा है. बहादुरपुर क्षेत्र से गुजरने वाली कमला नदी का जलस्तर बढ़ते देख आस-पास के गांवों में रह रहे लोगों की चिंता बढ़ गई है.
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उफान पर है नदी
लोगों का कहना है कि अभी तो फिलहाल यह बरसात का पानी ही है, तो नदी उफान पर है. जब नेपाल से पानी छोड़ा जाएगा तो सब कुछ तबाह हो जाएगा. घर से कहीं भी निकलने में पानी से गुजरना पड़ता है. सामानों को लेकर किसी ऊंचे स्थान, सड़क या स्कूल की छत पर शरण लेना पड़ता है.
तेज बहाव के कारण कटाव
बाढ़ से फसलों को भी काफी नुकसान होता है. नदी के तेज बहाव के कारण कटाव इतना तेज है कि आस-पास के कई खेत नदी में समा गए हैं. बता दें कि बहादुरपुर विधानसभा क्षेत्र पूर्व से ही बाढ़ ग्रसित क्षेत्र माना जाता है.
इसके बावजूद विभाग और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा इसके उपाय के लिए अभी तक ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं. जिससे लोगों को हर साल बाढ़ का दंश झेलने की अब आदत सी पड़ गई है.
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बाढ़ से भारी तबाही
बता दें कि बिहार में हर साल बाढ़ से भारी तबाही होती है. जिससे लाखों लोग प्रभावित होते हैं. कई लोगों के घर बाढ़ में बह जाते हैं तो कई लोगों को जान से हाथ धोना पड़ता है.
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अब स्थिति यह है कि राष्ट्रीय स्तर पर बिहार में बाढ़ प्रभावित इलाके भले ही कम हो लेकिन बाढ़ से होने वाली तबाही सबसे ज्यादा है. पिछले 42 साल से बिहार की बड़ी आबादी के लिए कहर बना है. इसमें एक बड़ा योगदान नेपाल से आने वाल पानी का है.
जिसकी वजह से कोसी, कमला, बागमती, गंडक, महानंदा और गंगा मानसून के समय बेहद खतरनाक रूप ले लेती हैं. इस दौरान बिहार के आधे से ज्यादा जिले बुरी तरह प्रभावित होते हैं. इसमें ना सिर्फ लोगों के जानमाल बल्कि खेती का भी बड़ा नुकसान होता है.