दरभंगा(केवटी): जिले में बाढ़ की वजह से कई लोग बेघर हो गए हैं. वहीं, कई लोग की बाढ़ में डूबने से मौत भी हो गई है. वहीं, प्रखंड के करजापट्टी पंचायत के लाधा गांव के करीब 60 परिवारों के घर आंगन में बाढ़ का पानी घुस गया. यह पानी लाधा गांव के बगल से गुजरने वाली अधवारा समूह की नदी की उत्तरी बांध के टूटने से फैला है. लेकिन यहां पिछले 1 सप्ताह से कोई सरकारी सहायता नहीं मिली है.
बाढ़ से टूटा बांध
लाधा गांव के वार्ड 11 और 12 के बाढ़ प्रभावित लोगों ने बताया कि बांध टूटने के बाद बांध बनाने वाले ठेकेदार के लोग इलाके में आए. लेकिन कहा कि इसको संभालना मुश्किल है. यी कहकर वे सभी लौट गए. वहीं, बांध के टूटने के बाद कोई भी सरकारी महकमा देखने तक नहीं आया. बाढ़ से गांव के करीब पांच दर्जन परिवार परेशान है. इन लोगों ने बताया कि सरकारी तंत्र की सुस्ती से परेशान गांव के लोगों ने चंदा इकट्ठा कर शारीरिक श्रम से नदी के किनारे को बांधने की कोशिश की शुरु कर दी है. ग्रामीणों ने दावा किया कि 75 प्रतिशत कार्य पूरे कर लिए गए हैं, बाकी काम पूरा करने में स्थानीय लोग लगातार लगे हुए हैं.
बाढ़ से परेशान हैं स्थानीय
नेपाल और उत्तर बिहार में हो रही भारी बारिश की वजह से गंगा, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती और कोसी नदियां लाल निशान के आस-पास बह रही हैं. कई जिलों में बांध टूट गये हैं तो कई जिलों की सड़कें टूट गयी हैं. कई जिलों के सड़क सम्पर्क और रेल मार्ग भंग हो गये हैं और कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. नेपाल के तराई में हुए भीषण बारिश के बाद सीमांचल की नदियां उफान पर हैं. कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. जिससे क्षेत्र के ताल-तलैया पूरी तरह पानी से लबालब हैं.