दरभंगा: ईद-उल-जुहा यानी बकरीद का त्योहार 12 अगस्त को मनाया जाना है. इसको लेकर बाजारों में रौनक बढ़ गई है. शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर बकरे का बाजार लगाया गया है. मंडी में खरीदारों की भीड़ जुटने लगी है. दरभंगा के लहेरियासराय के बाकरगंज बाजार और दरभंगा टावर के सामने जामा मस्जिद के पास बकरों के बाजार से चहल-पहल काफी बढ़ गई है.
दरअसल बकरीद के अवसर पर कुर्बानी देने की प्रथा काफी प्राचीन है. लोग अपनी हैसियत के हिसाब से बाजारों में खरीदारी कर रहे हैं. वैसे तो बाजार में 8 हजार से लेकर 30 हजार तक के बकरे उपलब्ध हैं. लेकिन महंगे दाम वाले बकरे सिर्फ बाजार की शोभा बढ़ा रहे हैं. ज्यादातर ग्राहक 8 हजार से 15 हजार तक के बकरे की खरीदारी कर रहे हैं. इस बार बाजार में देसी नस्ल के अलावा कई अन्य नस्ल के बकरे भी उपलब्ध हैं.
खरीदारों की उमड़ी भीड़
बकरे की खरीदारी करने पहुंचे मोहम्मद मोइन ने कहा कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल बकरे की कीमत ज्यादा है. उन्होंने कहा कि बकरीद में कुर्बानी करना फर्ज है, फिर महंगा हो या सस्ता बकरा तो लेना ही है. वैसे तो बाजार में 40 हजार से लेकर 60 हजार रुपये तक के बकरे भी उपलब्ध हैं. मोहम्मद मोइन ने कहा कि कल इसी मंडी में 70 हजार के बकरे की बिक्री हुई है.
80 हजार के बकरे भी बाजार में उपलब्ध
वहीं, बाजार की शोभा बढ़ा रहे मल्लू बकरे के मालिक फूल हसन ने कहा कि उन्होंने इस बकरे को कोलकाता से दो साल पहले लाया था. जिस समय इन्होंने इस बकरे की खरीदारी की थी, उस वक्त इसका वजन 17 किलो था. 500 रुपये प्रति किलो के हिसाब से इसकी खरदारी की थी. मल्लू तोतापरी नस्ल का बकरा है, दो सालों में इसका वजन 80 किलो हो गया है. अब मल्लू की कीमत 80 हजार रुपये है. लेकिन खरीदार इसकी कीमत 40 से 45 हजार रुपये ही लगा रहे हैं.