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दरभंगा: हनुमाननगर में CPIM का जन आक्रोश प्रदर्शन, वर्तमान सरकार पर साधा निशाना

दरभंगा में बाढ़ पीड़ितों और मजदूरों की समस्या को लेकर सीपीआईएम की ओर से प्रदर्शन किया गया. जिसमें हनुमान नगर प्रखंड को पूर्ण रूप से बाढ़ से से मुक्ति दिलाने की बात कही गई. इसके साथ ही मजूदरों के लिए रोजगार की मांग की गई.

Public outrage
जन आक्रोश प्रदर्शन
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Published : Sep 3, 2020, 10:53 PM IST

दरभंगा: जिले के हनुमाननगर प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर सीपीआईएम की ओर से जन आक्रोश प्रदर्शन किया गया. सीपीआईएम नेता राज किशोर पासवान की अध्यक्षता में यह प्रदर्शन किया गया. सभा को संबोधित करते हुए सीपीआईएम नेता ने कहा कि आज केंद्र और राज्य सरकार के गलत नीति और तटबंध टूटने के कारण उत्तर बिहार समेत दरभंगा प्रखंड के दर्जनों प्रखंड बाढ़ से प्रभावित हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने बाढ़ का स्थाई निदान करने की घोषणा तो कर दी है. लेकिन उस पर अमल नहीं हो रहा है.

सीपीआईएम ने किया प्रदर्शन
सीपीआईएम नेता ने कहा कि आज देश आर्थिक संकट की दौर से गुजर रहा है. बड़ी संख्या में बेरोजगारी बढ़ रही है. लोगों को रोजगार से हटाया जा रहा है. सरकार ने हर साल दो करोड़ नौजवानों को रोजगार देने का वादा किया था. कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन और बाढ़ के कारण बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में केंद्र और राज्य सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आंदोलन तेज करने की जरूरत है. सीपीआईएम राज्य सचिव मंडल सदस्य कामरेड श्याम भारती ने कहा कि हनुमान नगर प्रखंड पूर्ण रूप से बाढ़ से प्रभावित है. सरकार ने हनुमान नगर प्रखंड को बाढ से मुक्ति दिलाने की घोषणा की थी. लेकिन इस इलाके के लोगों को बाढ़ से मुक्ति नहीं मिली.

मजदूरों को दिया जाए काम
वहीं, बाढ़ पीड़ितों को सूखा राहत वितरण में भी पक्षपात और अनियमितता का शिकार होना पड़ा है. सीपीआईएम नेता ने कहा कि बाढ़ और कोरोना के चलते मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है. इसीलिए काम का विस्तार कर सरकार को सभी मजदूरों को काम के साथ-साथ 600 मजदूरी देने की गारंटी करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बाढ़ जैसे संकट के समय आम लोगों की कठिनाई का सामना करना पड़ता है. ऐसे वक्त जब बाढ़ पीड़ितों प्रशासन से राहत की मांग करते हैं तो पीड़ितों के आवाज को दबाने के लिए मुकदमा दर्ज किया जाता है. ऐसा ही मुकदमा हनुमान नगर के पैक्स अध्यक्ष पर किया गया है जो गलत है हम इस केस की कड़ी निंदा करते हैं और अभिलंब इसकी वापसी की मांग करते हैं.

उच्चस्तरीय जांच की मांग
सीपीआईएम प्रखंड सचिव सुधीर पासवान ने कहा कि बाढ़ का पानी घट रही है और पानी घटने के बाद इलाके में बीमारी फैलने की संभावना है. इस पर काबू पाने के लिए ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव और पशु को महामारी से बचाव के लिए टीकाकरण की जरूरत है. लेकिन पशु चिकित्सक का कोई पता नहीं है चारा वितरण में भी अनियमितता हुई है. उन्होंने कहा कि फुलवरिया गांव में मनरेगा योजना में भयंकर लूट की गई है. सीपीआईएम नेता ने इसकी उच्चस्तरीय जांच और मजदूरों का भुगतान करने की मांग की है. इस दौरान लालबाबू दास, ललित राम, वैद्यनाथ पासवान, गुरु लाल महतो, पिलुवा देवी और नरेश पासवान मौजूद रहे.

दरभंगा: जिले के हनुमाननगर प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर सीपीआईएम की ओर से जन आक्रोश प्रदर्शन किया गया. सीपीआईएम नेता राज किशोर पासवान की अध्यक्षता में यह प्रदर्शन किया गया. सभा को संबोधित करते हुए सीपीआईएम नेता ने कहा कि आज केंद्र और राज्य सरकार के गलत नीति और तटबंध टूटने के कारण उत्तर बिहार समेत दरभंगा प्रखंड के दर्जनों प्रखंड बाढ़ से प्रभावित हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने बाढ़ का स्थाई निदान करने की घोषणा तो कर दी है. लेकिन उस पर अमल नहीं हो रहा है.

सीपीआईएम ने किया प्रदर्शन
सीपीआईएम नेता ने कहा कि आज देश आर्थिक संकट की दौर से गुजर रहा है. बड़ी संख्या में बेरोजगारी बढ़ रही है. लोगों को रोजगार से हटाया जा रहा है. सरकार ने हर साल दो करोड़ नौजवानों को रोजगार देने का वादा किया था. कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन और बाढ़ के कारण बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में केंद्र और राज्य सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आंदोलन तेज करने की जरूरत है. सीपीआईएम राज्य सचिव मंडल सदस्य कामरेड श्याम भारती ने कहा कि हनुमान नगर प्रखंड पूर्ण रूप से बाढ़ से प्रभावित है. सरकार ने हनुमान नगर प्रखंड को बाढ से मुक्ति दिलाने की घोषणा की थी. लेकिन इस इलाके के लोगों को बाढ़ से मुक्ति नहीं मिली.

मजदूरों को दिया जाए काम
वहीं, बाढ़ पीड़ितों को सूखा राहत वितरण में भी पक्षपात और अनियमितता का शिकार होना पड़ा है. सीपीआईएम नेता ने कहा कि बाढ़ और कोरोना के चलते मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है. इसीलिए काम का विस्तार कर सरकार को सभी मजदूरों को काम के साथ-साथ 600 मजदूरी देने की गारंटी करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बाढ़ जैसे संकट के समय आम लोगों की कठिनाई का सामना करना पड़ता है. ऐसे वक्त जब बाढ़ पीड़ितों प्रशासन से राहत की मांग करते हैं तो पीड़ितों के आवाज को दबाने के लिए मुकदमा दर्ज किया जाता है. ऐसा ही मुकदमा हनुमान नगर के पैक्स अध्यक्ष पर किया गया है जो गलत है हम इस केस की कड़ी निंदा करते हैं और अभिलंब इसकी वापसी की मांग करते हैं.

उच्चस्तरीय जांच की मांग
सीपीआईएम प्रखंड सचिव सुधीर पासवान ने कहा कि बाढ़ का पानी घट रही है और पानी घटने के बाद इलाके में बीमारी फैलने की संभावना है. इस पर काबू पाने के लिए ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव और पशु को महामारी से बचाव के लिए टीकाकरण की जरूरत है. लेकिन पशु चिकित्सक का कोई पता नहीं है चारा वितरण में भी अनियमितता हुई है. उन्होंने कहा कि फुलवरिया गांव में मनरेगा योजना में भयंकर लूट की गई है. सीपीआईएम नेता ने इसकी उच्चस्तरीय जांच और मजदूरों का भुगतान करने की मांग की है. इस दौरान लालबाबू दास, ललित राम, वैद्यनाथ पासवान, गुरु लाल महतो, पिलुवा देवी और नरेश पासवान मौजूद रहे.

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