दरभंगा: कोरोना संक्रमण के इस दौर में दिन-रात लोगों की सेवा में लगे डॉक्टरों पर हमले की घटना रुकने का नाम नहीं ले रही है. डीएमसीएच में मुंबई और पुणे से लौटे मरीज शनिवार की दोपहर डॉक्टरों के साथ दुर्व्यवहार कर मारपीट करने लगे. इसके बाद ये बात पूरे अस्पताल में फैल गई. डीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर कार्य बहिष्कार की घोषणा करते हुए सभी प्रकार के कामों से खुद को अलग कर लिया.
इसके बाद अस्पताल अधीक्षक ने इस घटना की जानकारी जिला प्रशासन को दी. मौके पर पहुंचे सदर डीएसपी और एसडीओ ने मामले को शांत कराया. साथ ही आरोपी युवक को हिरासत में लेते हुए सेवा को फिर से बहाल करवाया.
श्राद्ध कर्म में भाग लेने पहुंचे थे दरभंगा
सुरक्षा की मांग कर रहे जूनियर डॉक्टर राकेश कुमार ने बताया कि आइसोलेशन वार्ड में कोरोना के दो संदिग्ध मरीज जब से भर्ती हुए हैं, तब से डॉक्टरों के साथ बहस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे बिना मास्क के ही फोर्थ फ्लोर से ग्राउंड फ्लोर घूम रहे थे. डॉक्टरों ने बिना मास्क के घूमने से मना किया. इतने में ही संदिग्ध मरीज गाली-गलौच करने के साथ जूठा पानी फेंकते हुए हाथापाई करने लगे. डॉक्टर ने कहा कि इसके बाद हम लोगों ने अपनी सुरक्षा के मद्देनजर आपातकालीन सेवा और आइसोलेशन वार्ड से अपने आप को अलग करते हुए संदिग्ध की गिरफ्तारी और खुद की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं.
मुंबई से लौटे मरीज
वहीं, सदर डीएसपी अनुज कुमार ने बताया कि ये दोनों भाई-बहन मुंबई और पुणे से लौटे थे. जिस फ्लाइट से ये लोग आये थे. उस फ्लाइट में कोरोना के पॉजिटव मरीज मिले थे. इसको लेकर इन दोनों को जांच के लिए यहां लाया गया. उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट में एक लोगों का निगेटिव आया. अब डिस्चार्ज करने की प्रक्रिया जारी है. दूसरे की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है. उन्होंने कहा कि फिलहाल मामले में संज्ञान लिया गया है.