दरभंगा: बिहार में विधानसभा चुनाव के अलावे एमएलसी का चुनाव भी होना है. इसको लेकर जिले में राजनीतिक उठापटक जारी है. इसी क्रम में तक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र दरभंगा से कांग्रेस के उम्मीदवार ने एनडीए प्रत्याशी के खिलाफ मतदाताओं को प्रलोभन देने का आरोप लगाया.
वहीं, दूसरी तरफ विधानसभी चुनाव के लिए भी गहमागहमी जारी है. इसी दौरान आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता शंकर झा ने पार्टी को छोड़कर दरभंगा नगर सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया. नामांकन दाखिल करने से पूर्व उन्होंने दरभंगा राज के श्यामा मंदिर और मनोकामना मंदिर में पूजा-अर्चना भी की.
एनडीए प्रत्याशी पर लगाए गंभीर आरोप
स्नातक निर्वाचन क्षेत्र दरभंगा से महागठबंधन समर्थित प्रत्याशी कांग्रेस उम्मीदवार संजय कुमार मिश्रा ने एनडीए के उम्मीदवार डॉ. दिलीप चौधरी पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव से पहले ही राजग प्रत्याशी ने हार मान लिया है और मतदाओं को प्रलोभन देने में जुट गए हैं. संजय मिश्रा ने आगे कहा कि डॉ. दिलीप की ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी रिप्रेजेंटेटिव के तौर पर नियुक्ति होनी है. जो अचार संहिता के दायरे में आता है. उन्होंने कहा कि अगर विवि के कुलपति उनके अपने फैसले पर विचार नहीं करेंगे, तो वे आमरण अनशन पर बैठेंगे.
निर्दलीय दाखिल किया नामांकन
इधर, जिले में विधानसभा चुनाव की गहमागहमी भी कम नहीं हुई है. शंकर झा ने दरभंगा नगर सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया. नामांकन से पूर्व शंकर झा गाजे-बाजे और युवाओं के हुजूम के साथ दरभंगा राज के श्यामा मंदिर और मनोकामना मंदिर पहुंचे. जहां पूजा-अर्चाना करने के बाद वे अपने समर्थकों के साथ नामांकन केंद्र पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि वे काफी लंबे समय से इस विधानसभा सीट पर तैयारी कर रहे थे. लेकिन पार्टी ने नामांकन के अंतिम क्षण में चुनाव से अपना पांव पीछे खींच लिए. इस वजह से उन्होंने जनता की मांग पर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने की मन बनाया.