दरभंगा/समस्तीपुर: बिहार में जानकी महोत्सव का आयोजन किया गया. जिसमें मिथिलांचन के लोगों ने जमकर हिस्सा लिया. पूजा-पाठ कर लोगों ने जानकी महोत्सव खूब धूमधाम से मनाया.
समस्तीपुर में मनाया गया जानकी दिवस
समस्तीपुर शहर के विद्यापति परिषद की ओर से जानकी महोत्सव का आयोजन किया. जिसमें मैथिली समाज से महिला एवं पुरुषों ने भाग लिया.पंडित रामानंद झा ने इस आयोजन की अध्यक्षता की. इसके बाद महिलाओं की टोली ने स्वागत गान गाकर इस कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया. महिलाओं एवं सखियों की टोली ने जानकी गीत एवं राम सीता विवाह की मनोरम झांकी मिथिला के परंपरा के अनुसार किया.जिसमें छोटे-छोटे बच्चे राम-लक्ष्मण, सीता एवं उनकी सखी बनकर लोगों के सामने नृत्य प्रस्तुत करते नजर आए.
संपूर्ण भारत की पहचान है बिहार
इस आयोजन में आए लोगों ने बताया कि संपूर्ण भारत ही नहीं बल्कि विश्व में माता जानकी से मिथिला की पहचान होती है. मैथिल समाज से जुड़े लोगों ने इतिहास में पहली बार एकजुट होकर राम जानकी महोत्सव का आयोजन धूमधाम से किया. उन्होंने कहा कि बिहार संपूर्ण भारत की पहचान है. इसी को लेकर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.
पूर्व विधायक हुए कार्यक्रम में शरीक
इस आयोजन में मैथिल समाज से जुड़े पूरे मिथिलांचल क्षेत्र के लोग अपने परिवार सहित राम जानकी महोत्सव में भाग लेने पहुंचे. वहीं, राजद के पूर्व विधायक दुर्गा प्रसाद सिंह भी इस कार्यक्रम में शरीक हुए. उन्होंने कहा कि आज की महिलाओं को माता सीता के सांचे में ढ़लने की जरूरत है.
दरभंगा में मनाया गया जानकी दिवस
वहं, दरभंगा के अखिल भारतीय मिथिला संघ की ओर से भी दरभंगा राज परिसर में माता जानकी दिवस पर मां जानकी सह मैथिली दिवस समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह का उद्धघाटन दरभंगा की मेयर बैजंती देवी खेड़िया ने की.
उत्साह के साथ मनाना चाहिए जानकी महोत्सव
मेयर ने कहा कि हम सभी को घर-घर में एक-एक दीप जला कर माता जानकी का की पूजा करनी चाहिए. मां और मातृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर होते हैं. हम सभी लोगों को मिथिला और मैथिली का सम्मान करना चाहिये. उन्होंने कहा कि जैसे हम अपने बच्चों का बर्थ-डे मनाते हैं, उसी उत्साह के साथ जानकी नवमी का त्योहार घर-घर में मनाना चाहिये.