दरभंगा: बिहार के दरभंगा में एम्स का निर्माण (Bihar Second AIIMS In Darbhanga) होने जा रहा है. दरभंगा के डीएमसीएच की जमीन पर प्रस्तावित दूसरे एम्स के निर्माण (AIIMS Will Built On DMCH Land) की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी. इसके साथ डीएमसीएच भी अस्तित्व में रहेगा. दरभंगा एम्स, डीएमसीएच की 200 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा. शेष बची 75 एकड़ जमीन पर डीएमसीएच का नया भवन बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. बिहार में अभी एक मात्र एम्स राजधानी पटना में है.
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इसके लिए जमीन की उपलब्धता और अतिक्रमण खाली कराने का काम शुरू होने वाला है. डीएमसीएच का नया भवन और परिसर 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा. डीएमसीएच अधीक्षक डॉ हरिशंकर मिश्रा (DMCH Superintendent Dr Harishankar Mishra) ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि इसे लेकर जिला प्रशासन ने सदर सीओ और अंचल अमीन के साथ जमीन के नक्शे को लेकर बैठक भी की थी.
अधीक्षक ने कहा बताया कि पटना की एक एजेंसी इसी महीने दरभंगा आएगी और शेष बची 75 एकड़ जमीन पर डीएमसीएच के नए भवन के निर्माण का नक्शा तैयार करेगी. उन्होंने बताया कि 200 एकड़ जमीन एम्स को देने के बाद जो शेष 75 एकड़ जमीन बची है, उसमें कई जगहों पर अतिक्रमण है. इसे भी खाली कराने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. उन्होंने, कहा कि पूरी तरह से सुसज्जित डीएमसीएच का नया भवन 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा.
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बता दें कि डीएमसीएच के पास कुल 275 एकड़ जमीन है. दरभंगा एम्स को डीएमसीएच की 200 एकड़ जमीन पर बनाया जाना है. जिसका भूमि हस्तांतरण बिहार सरकार ने भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय को कर दिया है. केंद्र सरकार पहले ही एम्स के लिए बजट स्वीकृत कर चुकी है. अब जल्द ही जमीन पर मिट्टी भराई का काम शुरू हो जाएगा और उसके बाद भवन निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी.
एम्स और डीएमसीएच दोनों के अलग-अलग कैंपस होंगे. इसके निर्धारण को लेकर जिला प्रशासन अस्पताल प्रशासन और अभियंताओं के बीच लगातार बैठकें हो रही हैं.