दरभंगा: 2016 में भारतीय वायुसेना का फाइटर प्लेन उड़ाने वाली पहली महिला पायलट भावना कंठ के नाम एक और उपलब्धि जुड़ने जा रही है. भावना कंठ 26 जनवरी को दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह की परेड में राजपथ के आसमान में फाइटर प्लेन उड़ाकर तिरंगे को सलामी देंगी. उनकी इस उपलब्धि पर पूरे मिथिलांचल में खुशी का माहौल है.
मिथिलांचल में खुशी का माहौल
दरभंगा में उनके परिवार के लोग बेहद खुश हैं और बेसब्री से 26 जनवरी का इंतजार कर रहे हैं. जब टीवी पर भावना को गणतंत्र दिवस समारोह में फाइटर प्लेन उड़ाते देखेंगे. परिजनों ने भावना से जुड़ी अपनी यादों को ईटीवी भारत के साथ साझा किया. भावना कंठ की दादी भालेश्वरी देवी ने कहा कि हमें बेहद खुशी है कि भावना ने न सिर्फ परिवार का बल्कि दरभंगा, मिथिलांचल और पूरे बिहार का नाम रोशन किया है.
''मेरी पोती भावना कंठ बचपन से ही आसमान में चील जैसी उड़ान भरने का सपना देखती थी, मुझे बेहद खुशी हो रही है कि मेरी पोती आज आसमान की ऊंचाई छू रही है''- भालेश्वरी देवी, भावना कंठ की दादी
'बचपन से रहीं प्रतिभावान छात्रा'
भावना कंठ की दादी ने बताया कि भावना शुरू से ही पढ़ाई, लिखाई और खेलकूद में हमेशा से आगे रही थी. उसकी पढ़ाई डीएवी स्कूल बेगूसराय से शुरू हुई थी. जहां उसे प्रतिभावान छात्रा के रूप में जाना जाता था. भावना जब भी दरभंगा आती हैं, तो उनसे बहुत ही प्यार से मिलती है. फोन पर भी उनकी अक्सर बातें होती हैं. कुछ महीने पहले दिसंबर में भावना अपने गांव आई थी और उनसे भी मिली थी.
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'पहले लगता था डर, अब होता है गर्व'
भावना की चाची श्यामा कंठ ने कहा कि उन्हें बेहद खुशी हो रही है, उनकी भतीजी इस मुकाम तक पहुंची है. हमारी कामना है कि बिहार की दूसरी बेटियां भी इसी तरीके से अपने परिवार का नाम रोशन करें. भगवान से प्रार्थना है कि वह भावना को सुरक्षित रखें और लंबी आयु दें.
''शुरुआत में जब भावना के फाइटर प्लेन उड़ाने की खबर मिली थी, तो हमें काफी डर लगता था, लेकिन अब डर नहीं लगता है. बल्कि गर्व महसूस होता है''- श्यामा कंठ, भावना की चाची
वहीं, भावना के ममेरे भाई कैप्टन कंठ ने कहा कि उन्हें अपनी बहन पर नाज है. वे कामना करते हैं कि सभी लड़कियां और महिलाएं ऐसी ही उपलब्धि हासिल करें. ये मिथिला के लिए बहुत ही गर्व की बात है कि इस इलाके की बेटी इतनी ऊंचाई तक पहुंची है और गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल हो रही है.
''जब से भावना ने एयरफोर्स में फाइटर प्लेन उड़ाने वाली पहली महिला पायलट बनी हैं. तब से परिवार की प्रतिष्ठा और ज्यादा बढ़ गई है. बहन के लिए हमेशा शुभकामनाएं हैं कि भगवान उन्हें सकुशल रखें''- कैप्टन कंठ, भावना के ममेरे भाई
बता दें कि भावना कंठ मूल रूप से दरभंगा जिले के घनश्यामपुर प्रखंड के बाउर गांव की रहने वाली हैं. उनके पिता तेज नारायण कंठ बरौनी रिफाइनरी में कार्यरत थे. फिलहाल रिफाइनरी में ही उत्तरप्रदेश के मथुरा में कार्यरत हैं. भावना कंठ की प्रारंभिक शिक्षा बेगूसराय के बरौनी में डीएवी स्कूल में हुई है. उन्होंने 2016 में अवनी चतुर्वेदी और मोहना सिंह के साथ भारतीय वायु सेना की पहली फाइटर प्लेन उड़ाने वाली महिला पायलट बनने की उपलब्धि हासिल की थी.
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2018 में उनकी ट्रेनिंग पूरी हुई और वे फ्लाइट लेफ्टिनेंट बन गई हैं. दिल्ली के राजपथ पर होने वाले गणतंत्र दिवस की परेड में भावना कंठ पहली महिला पायलट होंगी, जो फाइटर प्लेन उड़ाकर तिरंगे को सलामी देंगी.