दरभंगाः एनआरसी और सीएए कानून के विरोध में वाम दलों और जाप के बिहार बंद का दरभंगा में मिलाजुला असर दिखा. बंद समर्थकों ने गुरुवार को दरभंगा रेलवे स्टेशन पर दरभंगा-नई दिल्ली बिहार संपर्क क्रांति सुपर फास्ट एक्सप्रेस को 15 मिनट तक रोके रखा. प्रदर्शनकारियों ने रेल ट्रैक को जाम कर दिया और मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने एनआरसी और सीएए को काला कानून बताते हुए इन्हें रद्द करने की मांग की.
'सीएए को लेना होगा वापस'
सीपीआई के जिला सचिव नारायण जी चौधरी ने कहा कि वामदलों का बिहार बंद असरदार है. इसका समर्थन बिहार के कई जनवादी दल भी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार संपर्क क्रांति ट्रेन को रोका गया है. धीरे-धीरे पूरे शहर और जिले में बंद का असर दिखेगा. सीएए को काला कानून बताते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर भारत सरकार और संसद को इस कानून को वापस लेना होगा.
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21 को राजद ने बुलाया बंद
बता दें कि सीएए के पास होते ही देश भर में इसके खिलाफ प्रदर्शन जारी है. केंद्र सरकार के इस कदम का विरोध करते हुए सीएए को वापस लेने की मांग की जा रही है. देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में भी इसे लेकर हिसंक प्रदर्शन देखी गई. बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद ने भी इसके विरोध में 21 दिसंबर को बिहार बंद की घोषणा की है.