दरभंगाः अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की ओर से कर्मचारी विश्राम गृह कार्यालय में एक बैठक का आयोजन किया गया. यह बैठक 8 जनवरी को ग्रामीण भारत बंद को सफल बनाने के लिए किया गया है.
बिहार राज्य किसान काउंसिल के राज्य अध्यक्ष ललन चौधरी ने कहा कि 70 प्रतिशत जीडीपी ग्रामीण जीडीपी से आती है और अर्थव्यवस्था से ही देश की जीडीपी तैयार होती है, उसमें मुख्य रूप से खेती आज बड़े ही गहरे संकट के दौर से गुजर रही है.
'कई किसान कर चुके है आत्महत्या'
ललन चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार की खेती के लिए जो बजट होना चाहिए, जो खेती के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर होनी चाहिए, वो नहीं हो पा रही है. 1815 रुपये धान की कीमत तय हुई. लेकिन कहीं भी क्रय केंद्र नहीं खोला गया, जिसके कारण किसान औने-पौने दाम पर धान बेचने के लिए मजबूर हो रहे हैं, ये एक बड़ी समस्या है. जिसके कारण 3 लाख पचास हजार किसान अभी तक आत्महत्या कर चुके हैं.
ये भी पढ़ेः फाइनेंस कर्मी को गोली मारकर 3 लाख की लूट, जांच में जुटी पुलिस
केंद्र सरकार के किसान विरोधी नीति के खिलाफ प्रदर्शन
बिहार राज्य किसान काउंसिल के राज्य अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र और बिहार सरकार किसान विरोधी नीति अपना रही है. किसानों की समस्याओं का निदान करने में सरकार विफल रही है. किसान विरोधी नीति के खिलाफ किसान सड़क पर उतरकर 8 जनवरी को प्रदर्शन करेंगे.