दरभंगा: अखिल भारतीय किसान सभा के आह्वान पर किसान मांग दिवस के अवसर पर बाढ़ सूखा स्थाई समाधान सहित दस सूत्रीय मांगों के समर्थन में आज दरभंगा समाहरणालय के धरना स्थल पर एक दिवसीय महाधरना देते हुए केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
केंद्र और राज्य सरकार को दोषी ठहराया
किसानों ने अपनी मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद किया. वहीं, वक्ताओं ने सभा को संबोधित करते हुए कृषि संकट के लिए केंद्र और राज्य सरकार को दोषी ठहराया. साथ ही किसानों ने नेशनल ग्रोथ रेट सबसे निम्न-स्तर पर आने की चर्चा और मंडी से अर्थव्यवस्था को उबारने पर चिंता भी प्रकट किया. बाढ़-सूखा के स्थाई समाधान के स्वीकृत परियोजनाओं पर केंद्र और राज्य सरकार की सुस्ती के विरोध में संघर्ष का आह्वान करते हुए उन्होंने आगामी नवंबर महीने में संघर्ष को तेज करने की बात कही.
'बाढ़ की समस्या का हो स्थाई निदान'
दरभंगा जिला किसान सभा के अध्यक्ष राजीव कुमार चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमलोग धरना के माध्यम से सरकार से मांग करते है कि दरभंगा सहित पूरे बिहार में बाढ़ की समस्या का स्थाई निदान हो. इसके लिए कोसी, कमला, बागमती के उद्गम-स्थल पर अच्छे डैम का निर्माण कर बाढ़, सूखा और बिजली की समस्या का स्थाई निदान किया जाए.