दरभंगा: लॉकडाउन के दौरान हड़ताली शिक्षकों की स्थिति को देखते हुए आइसा के जिलाध्यक्ष ने बुधवार को ईमेल के माध्यम से सीएम नितीश कुमार को हड़ताल के संदर्भ में पत्र भेजा. जिसमे उन्होंने शिक्षकों के प्रतिनिधियों से वार्ता कर जारी हड़ताल को खत्म करने की अपील की. पत्र में लिखा है कि बिहार के लाखों प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षक लंबे समय से हड़ताल पर हैं. लेकिन हड़ताली शिक्षकों के प्रति सरकार की ‘नो वर्क नो पे’ की नीति के कारण अब तक कई शिक्षकों की मौत हो चुकी है.
शिक्षकों के सामने भुखमरी की समस्या
जिलाध्यक्ष प्रिंस राज ने कहा कि आज पूरी दुनिया कोरोना महमारी और लॉकडाउन से उत्पन्न परिस्थितियों का सामना कर रहा है. ऐसे समय में सबको साथ लेकर चलने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इस गंभीर चुनौती का सामना हम तभी कर पायेंगे, जब हम सब मिलकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे. वहीं, लंबे समय से हड़ताल के कारण शिक्षकों के परिवार के सामने भुखमरी की समस्या उत्पन हो गई है. इसलिए बिहार के मुख्यमंत्री को हड़ताली शिक्षकों से जल्द वार्ता कर इसका समाधान निकालना चाहिए.
शिक्षकों की मांगो पर करें विचार
प्रिंस कुमार ने कहा कि इस संकट की घड़ी में सरकार को जल्द शिक्षकों की मांगो पर विचार करना चाहिए. साथ ही उन्हें बीते महीने के साथ-साथ इस महीने का वेतन दिया जाना चाहिए. वहीं, जिन शिक्षकों पर कार्रवाइ की गई है, उन्हें वापस लिया जाना चाहिए. साथ ही हड़ताल के दौरान मृतक शिक्षक परिवार के लिए सरकारी मुआवजे की राशि दी जानी चाहिए. उन्होंने उम्मीद जताई कि सीएम इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाते हुए, हड़ताल को खत्म करने की दिशा में पहल करेंगे.