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पटना में छात्रों पर लाठीचार्ज के विरोध में आइसा ने किया प्रदर्शन, CM का पुतला फूंका - ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन

आइसा के छात्रों पर पुलिस के लाठी चार्ज के विरोध में दरभंगा में प्रदर्शन किया गया. आइसा मांग कर रहा है कि सरकार 19 रोजगार देने का वादा पूरा करे. विधायकों और छात्र नेताओं समेत 1200 छात्रों पर किये गए झूठे मुकदमे वापस लिया जाए और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाए.

aisa protest
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Published : Mar 4, 2021, 7:00 AM IST

दरभंगा: 19 लाख रोजगार के लिए 1 मार्च को विधानसभा का घेराव कर रहे छात्र संगठन आइसा के छात्रों पर पुलिस के लाठी चार्ज के विरोध में ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने प्रतिवाद मार्च निकाला. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.

ये भी पढ़ें : रोजगार की मांग को लेकर छात्रों ने निकाला विधानसभा मार्च, जेपी गोलंबर पर पुलिस ने बरसाई लाठियां

'पुलिस ने बर्बरता से किया लाठीचार्ज'

छात्रों का जत्था चक जमाल मोड़ से बाजार समिति चौक तक विरोध-प्रदर्शन किया. छात्रों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस मौके पर आइसा के राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी ने कहा कि छात्र विधानसभा मार्च के जरिये नीतीश सरकार के प्रतिनिधि से मिल कर 19 लाख रोजगार के मुद्दे पर मांग-पत्र सौंपना चाहते थे. लेकिन नीतीश सरकार ने उनकी बात सुनने के बदले उन पर लाठीचार्ज कराया. आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार की. इसमें दर्जनों छात्र-नौजवानों सहित आइसा के राष्ट्रीय महासचिव सह पालिंगज विधायक संदीप सौरव, अंगियाव विधायक मनोज मंजिल और डुमरांव विधायक अजित कुशवाहा घायल हो गए. कई छात्र नेताओं के सिर फट गए.

'1200 छात्रों पर गम्भीर धाराओं में मुकदमे दर्ज'

संदीप कुमार चौधरी ने कहा कि नीतीश सरकार के इस तानाशाही रवैया के खिलाफ आइसा के नेतृत्व में छात्र-नौजवानों का आंदोलन पटना से लेकर दिल्ली तक और तेज होगा. वहीं आइसा के जिला सचिव विशाल कुमार मांझी ने कहा कि सरकार ने पिछले चुनाव में युवाओं को 19 लाख रोजगार देने का वादा किया था लेकिन अब सरकार अपने वादे से मुकर रही है.जब नीतीश कुमार के जन्मदिन पर छात्र अपनी पीड़ा सुनाने पटना पहुंचे तो पुलिस ने बर्बरता दिखाई. छात्रों के समर्थन में आए माले के 3 युवा विधायक और 4 आइसा नेताओं सहित करीब 1200 छात्रों पर गम्भीर धाराओं में मुकदमे दर्ज किए गए हैं.

ये भी पढ़ें : मिथिला स्टूडेंट यूनियन का तीसरा राष्ट्रीय अधिवेशन शुरू, पंचायत चुनाव में युवाओं को उतारने पर हुई चर्चा

'मुकदमे वापस लेने और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग'

विशाल कुमार मांझी ने कहा कि सरकार के इस युवा विरोधी नीति के खिलाफ पूरे बिहार में आंदोलन हो रहा है. आइसा मांग कर रहा है कि सरकार 19 रोजगार देने का वादा पूरा करे. विधायकों और छात्र नेताओं समेत 1200 छात्रों पर किये गए झूठे मुकदमे वापस लिया जाए और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाए. मौके पर राज्य परिषद सदस्य आमिर अखलाक, इंजीनियर कमरे आलम, अभिषेक कुमार मांझी, विवेक कुमार, मंजय कुमार, अर्जुन कुमार, विमलेश कुमार, अमित कुमार पासवान, ललन यादव, जमशेद आलम और अरमान सहित दर्जनों छात्र मौजूद थे.

दरभंगा: 19 लाख रोजगार के लिए 1 मार्च को विधानसभा का घेराव कर रहे छात्र संगठन आइसा के छात्रों पर पुलिस के लाठी चार्ज के विरोध में ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने प्रतिवाद मार्च निकाला. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.

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'पुलिस ने बर्बरता से किया लाठीचार्ज'

छात्रों का जत्था चक जमाल मोड़ से बाजार समिति चौक तक विरोध-प्रदर्शन किया. छात्रों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस मौके पर आइसा के राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी ने कहा कि छात्र विधानसभा मार्च के जरिये नीतीश सरकार के प्रतिनिधि से मिल कर 19 लाख रोजगार के मुद्दे पर मांग-पत्र सौंपना चाहते थे. लेकिन नीतीश सरकार ने उनकी बात सुनने के बदले उन पर लाठीचार्ज कराया. आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार की. इसमें दर्जनों छात्र-नौजवानों सहित आइसा के राष्ट्रीय महासचिव सह पालिंगज विधायक संदीप सौरव, अंगियाव विधायक मनोज मंजिल और डुमरांव विधायक अजित कुशवाहा घायल हो गए. कई छात्र नेताओं के सिर फट गए.

'1200 छात्रों पर गम्भीर धाराओं में मुकदमे दर्ज'

संदीप कुमार चौधरी ने कहा कि नीतीश सरकार के इस तानाशाही रवैया के खिलाफ आइसा के नेतृत्व में छात्र-नौजवानों का आंदोलन पटना से लेकर दिल्ली तक और तेज होगा. वहीं आइसा के जिला सचिव विशाल कुमार मांझी ने कहा कि सरकार ने पिछले चुनाव में युवाओं को 19 लाख रोजगार देने का वादा किया था लेकिन अब सरकार अपने वादे से मुकर रही है.जब नीतीश कुमार के जन्मदिन पर छात्र अपनी पीड़ा सुनाने पटना पहुंचे तो पुलिस ने बर्बरता दिखाई. छात्रों के समर्थन में आए माले के 3 युवा विधायक और 4 आइसा नेताओं सहित करीब 1200 छात्रों पर गम्भीर धाराओं में मुकदमे दर्ज किए गए हैं.

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'मुकदमे वापस लेने और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग'

विशाल कुमार मांझी ने कहा कि सरकार के इस युवा विरोधी नीति के खिलाफ पूरे बिहार में आंदोलन हो रहा है. आइसा मांग कर रहा है कि सरकार 19 रोजगार देने का वादा पूरा करे. विधायकों और छात्र नेताओं समेत 1200 छात्रों पर किये गए झूठे मुकदमे वापस लिया जाए और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाए. मौके पर राज्य परिषद सदस्य आमिर अखलाक, इंजीनियर कमरे आलम, अभिषेक कुमार मांझी, विवेक कुमार, मंजय कुमार, अर्जुन कुमार, विमलेश कुमार, अमित कुमार पासवान, ललन यादव, जमशेद आलम और अरमान सहित दर्जनों छात्र मौजूद थे.

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