ETV Bharat / state

कोरोना मरीज की मौत के बाद बोले परिजन- ऑक्सीजन के अभाव में हुई मौत

author img

By

Published : Jul 29, 2020, 6:09 PM IST

दरंभंगा में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इसी बीच दरंभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल से बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां पर कोरोना से संक्रमित मरीज की इलाज के अभाव में मौत होने की खबर सामने आ रही है.

Death of a corona patient
कोरोना मरीज की मौत

दरभंगा: कोरोना को लेकर राज्य सरकार सूबे में मरीजों की बेहतर चिकित्सा व्यवस्था का लाख दावा कर ले. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती हैं. उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के कोरोना वार्ड के रूम नं-15 में ऑक्सीजन के अभाव में एक मरीज ने दम तोड़ दिया. इसके बावजूद अस्पताल का कोई कर्मी उसे देखने तक नहीं आया. वहीं, इस घटना ने डीएमसीएच प्रशासन की बदतर चिकित्सा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है.

सांस लेने में हो रही थी परेशानी
बता दें कि मधुबनी जिले के मधेपुर गांव के रहने वाले ओम प्रकाश गुप्ता कोरोना वायरस से संक्रमित होकर डीएमसीएच के कोरोना वार्ड में भर्ती थे. मृतक के बेटे दीपक कुमार ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपने पिता को सोमवार की रात करीब आठ बजे इलाज के लिए भर्ती कराया. उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. जिसको लेकर उन्हें छोटे सिलेंडर के जरिये ऑक्सीजन लगाया गया. इसके बाद वहां से सभी कर्मी बाहर निकल गये और यह भी नहीं देखा कि मरीज तक ऑक्सीजन पहुंच रहा है कि नहीं मिल रहा है.

इलाज के अभाव में तोडा दम
मृतक के बेटे दीपक कुमार ने कहा कि ऑक्सीजन लगाने के बावजूद मरीज की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ. बल्कि उसकी स्थिति धीरे- धीरे और बिगड़ने लगी. लेकिन पूरी रात कोई झांकने तक नहीं आया और मरीजों को उसके हाल पर छोड़ दिया गया. उन्होंने संभावना व्यक्त कि छोटा ऑक्सीजन का सिलेंडर खाली था. जिसकी वजह से सुबह होते-होते उसकी स्थिति और नाजुक हो गयी और मंगलवार को करीब 11 बजे वह बेड से नीचे गिर गए. इसी दौरान उनकी मौत हो गई. लेकिन अस्पताल का कोई भी कर्मी उन्हे देखने तक नहीं आया. वहीं, मृतक के बेटे ने कहा कि वे दरभंगा और मधुबनी के डीएम से इस लापरवाही की लिखित शिकायत करेंगे.

दरभंगा: कोरोना को लेकर राज्य सरकार सूबे में मरीजों की बेहतर चिकित्सा व्यवस्था का लाख दावा कर ले. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती हैं. उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के कोरोना वार्ड के रूम नं-15 में ऑक्सीजन के अभाव में एक मरीज ने दम तोड़ दिया. इसके बावजूद अस्पताल का कोई कर्मी उसे देखने तक नहीं आया. वहीं, इस घटना ने डीएमसीएच प्रशासन की बदतर चिकित्सा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है.

सांस लेने में हो रही थी परेशानी
बता दें कि मधुबनी जिले के मधेपुर गांव के रहने वाले ओम प्रकाश गुप्ता कोरोना वायरस से संक्रमित होकर डीएमसीएच के कोरोना वार्ड में भर्ती थे. मृतक के बेटे दीपक कुमार ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपने पिता को सोमवार की रात करीब आठ बजे इलाज के लिए भर्ती कराया. उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. जिसको लेकर उन्हें छोटे सिलेंडर के जरिये ऑक्सीजन लगाया गया. इसके बाद वहां से सभी कर्मी बाहर निकल गये और यह भी नहीं देखा कि मरीज तक ऑक्सीजन पहुंच रहा है कि नहीं मिल रहा है.

इलाज के अभाव में तोडा दम
मृतक के बेटे दीपक कुमार ने कहा कि ऑक्सीजन लगाने के बावजूद मरीज की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ. बल्कि उसकी स्थिति धीरे- धीरे और बिगड़ने लगी. लेकिन पूरी रात कोई झांकने तक नहीं आया और मरीजों को उसके हाल पर छोड़ दिया गया. उन्होंने संभावना व्यक्त कि छोटा ऑक्सीजन का सिलेंडर खाली था. जिसकी वजह से सुबह होते-होते उसकी स्थिति और नाजुक हो गयी और मंगलवार को करीब 11 बजे वह बेड से नीचे गिर गए. इसी दौरान उनकी मौत हो गई. लेकिन अस्पताल का कोई भी कर्मी उन्हे देखने तक नहीं आया. वहीं, मृतक के बेटे ने कहा कि वे दरभंगा और मधुबनी के डीएम से इस लापरवाही की लिखित शिकायत करेंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.