पटना: राजधानी के छोटे कारोबारी बजट को लेकर काफी उत्साहित हैं. उनका कहना है कि खाने-पीने की चीजों जीएसटी लगाए जाने से काफी दिक्कतें हो रही है. छोटे कारोबारियों का मानना है कि आटा-चावल जैसी रोजमर्रा की सामग्रियों पर जीएसटी नहीं लगना चाहिए.
डीजल पेट्रोल के दाम हो कम
दूसरी तरफ छोटे सर्राफा कारोबारी भी कहते है कि डेली यूजेस के सामानों पर टैक्स की मार कम पड़नी चाहिए. उनका यह भी मानना है कि डीजल पेट्रोल के दाम अगर कम होंगे तो उसका असर सामानों की कीमतों पर भी पड़ेगा. व्यापारियों के ट्रांसपोर्टेशन में कम खर्च होंगे तो उसी अनुसार कम कीमतों पर वे सामान बेचेंगे.
खाने-पीने की वस्तुओं से हटे GST
राजधानी पटना में छोटे कारोबारियों की संख्या ज्यादा है. उनका कहना है कि जीएसटी के बाद रोजमर्रा के कई सामानों की बिक्री कम हो गई है. सरकार को ध्यान देना चाहिए कि रोजमर्रा की वस्तुओं पर या तो जीएसटी ना लगाइ जाए या फिर बहुत कम लगे,जिससे लोगों पर आर्थिक बोझ न पड़े. कम से कम खाने-पीने की वस्तुओं पर से जीएसटी को बिल्कुल हटा देना चाहिए