पटना: एक तरफ जहां लोगों की नजर इस बार पर है कि पीएम नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में किस-किस को जगह मिलेगी, वहीं दूसरी तरफ बिहार में भी मंत्रिमंडल विस्तार तय माना जा रहा है. दरअसल नीतीश कैबिनेट के 3 मंत्री अब सांसद बन गए हैं.
सांसद बन गए हैं नीतीश के 3 मंत्री
जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह जेडीयू के टिकट पर मुंगेर से सांसद बने हैं. वहीं, आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव भी जेडीयू के टिकट पर मधेपुरा से सांसद चुने गए हैं. जबकि एलजेपी नेता और पशुपालन मंत्री पशुपति कुमार पारस हाजीपुर सीट से चुनाव जीते हैं.
कुल 11 पद खाली
लोकसभा चुनाव जीतने वाले इन तीन मंत्रियों के इस्तीफे के साथ ही नीतीश मंत्रिमंडल में कुल 11 पद खाली हो जाएंगे. बिहार में 243 सदस्य हैं, ऐसे में यहां 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं.
अशोक चौधरी का नाम आगे
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक कांग्रेस से जेडीयू में आए विधान पार्षद अशोक चौधरी को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. उन्होंने लोकसभा चुनाव में अहम भूमिका निभाई है. 2015 में वे महागठबंधन की सरकार में शिक्षा मंत्री रह चुके हैं.
कृष्णनंदन वर्मा के पास अतिरिक्त ज़िम्मा
मंजू वर्मा को पार्टी से निष्कासित करने के बाद समाज कल्याण विभाग की जिम्मेदारी कृष्णनंदन वर्मा को दिया गया है. निश्चित तौर पर समाज कल्याण विभाग के भी नए मंत्री बनाए जाएंगे.
एलजेपी के कोटे में जाएगा एक मंत्री पद
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार पशुपति कुमार पारस के बदले कोई एलजेपी से ही मंत्री बनेगा. विधायक राजू तिवारी और विधान पार्षद नूतन सिंह का नाम सबसे ऊपर है.
बीजेपी की भी चाहत
मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी की ओर से किसी के शामिल करने की संभावना बेहद कम है. मगर बीजेपी की भी इच्छा है कि उन्हें भी मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी मिले.
कौन-कौन रेस में?
जेडीयू से अशोक चौधरी, रंजू गीता, ललन पासवान, नीरज कुमार, एलजेपी के विधान पार्षद पूनम सिंह, बीजेपी से रजनीश के नाम की भी चर्चा है. कुशवाहा समाज से किसी एक विधायक को भी मंत्री पद मिलना तय है.