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प्रदेश में बदतर स्वास्थ्य व्यवस्था पर बीजेपी सांसद की तल्ख टिप्पणी, राज्य सरकारों को बताया जिम्मेदार

बिहार बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था बहुत पहले से चरमराई हुई है. सिर्फ नीतीश कुमार के समय से ही नहीं बल्कि जगन्नाथ मिश्र, लालू यादव के समय से ही किसी ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया.

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Published : Jul 3, 2019, 11:35 PM IST

गोपाल नारायण सिंह, बिहार बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष

नई दिल्ली/पटना: बीजेपी के राज्यसभा सांसद और बिहार बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह ने बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर जबरदस्त हमला किया है. गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था बहुत पहले से चरमराई हुई है. सिर्फ नीतीश कुमार के समय से ही नहीं बल्कि जगन्नाथ मिश्र, लालू यादव के समय से ही किसी ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया.

नहीं हुआ कोई बेहतर कार्य

गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि हर व्यक्ति को सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने और कुर्सी पर बैठने की चिंता रहती है. बिहार सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा कि बिहार में मेडिकल कॉलेज की संख्या बढ़ाने को लेकर कभी भी सरकार गंभीर नहीं दिखी. यही नहीं स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने में बिहार सरकार आज तक नाकाम साबित हुई.

गोपाल नारायण सिंह, बिहार बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष

विकास पर पूरी तरह से विफल रही सरकार

सांसद ने आरोप लगाया कि राज्य में मेडिकल कॉलेज की संख्या बढ़ाने को लेकर सरकार कभी भी सीरियस नहीं रही. राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के विकास पर पूरी तरह से विफल रही है. राज्य में स्वास्थ्य समस्याओं के चलते बच्चों की हो रही मौत के लिए राज्य सरकार ही जिम्मेदार है.

दरअसल, बिहार में चमकी बुखार से हुई बच्चों की मौतों के बाद से स्वास्थ्य व्यवस्था पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. एम्स की रिसर्च के मुताबिक ठीक तरह से उपचार न मिलने और अस्पताल में बेहतर सुविधाएं न होने के कारण बच्चों की मौत हुई. यही नहीं नीति आयोग की हेल्थ रैंकिंग में भी बिहार फिसड्डी साबित हुआ.

नई दिल्ली/पटना: बीजेपी के राज्यसभा सांसद और बिहार बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह ने बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर जबरदस्त हमला किया है. गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था बहुत पहले से चरमराई हुई है. सिर्फ नीतीश कुमार के समय से ही नहीं बल्कि जगन्नाथ मिश्र, लालू यादव के समय से ही किसी ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया.

नहीं हुआ कोई बेहतर कार्य

गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि हर व्यक्ति को सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने और कुर्सी पर बैठने की चिंता रहती है. बिहार सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा कि बिहार में मेडिकल कॉलेज की संख्या बढ़ाने को लेकर कभी भी सरकार गंभीर नहीं दिखी. यही नहीं स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने में बिहार सरकार आज तक नाकाम साबित हुई.

गोपाल नारायण सिंह, बिहार बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष

विकास पर पूरी तरह से विफल रही सरकार

सांसद ने आरोप लगाया कि राज्य में मेडिकल कॉलेज की संख्या बढ़ाने को लेकर सरकार कभी भी सीरियस नहीं रही. राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के विकास पर पूरी तरह से विफल रही है. राज्य में स्वास्थ्य समस्याओं के चलते बच्चों की हो रही मौत के लिए राज्य सरकार ही जिम्मेदार है.

दरअसल, बिहार में चमकी बुखार से हुई बच्चों की मौतों के बाद से स्वास्थ्य व्यवस्था पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. एम्स की रिसर्च के मुताबिक ठीक तरह से उपचार न मिलने और अस्पताल में बेहतर सुविधाएं न होने के कारण बच्चों की मौत हुई. यही नहीं नीति आयोग की हेल्थ रैंकिंग में भी बिहार फिसड्डी साबित हुआ.

Intro:बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था पर bjp mp का हमला, बोले- इस विषय पर राज्य सरकार गंभीर नहीं

चमकी को लेकर bjp mp का बिहार सरकार पर हमला, बोले- स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सरकार गंभीर नहीं

नयी दिल्ली: जब से बिहार में चमकी बुखार से कई बच्चों की मौत हुई है तब से बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था पर लगातार सवाल उठ रहे हैं, चमकी बुखार से हुई बच्चों की मौत पर एम्स ने रिसर्च किया, एम्स की रिसर्च के मुताबिक ठीक तरह से उपचार न मिलने और अस्पताल में बेहतर सुविधाएं ना होने के चलते बच्चों की मौत हुई


Body:नीति आयोग के हेल्थ रैंकिंग में भी बिहार फिसड्डी साबित हुआ. वहीं चमकी बुखार बच्चों की मौत के मामले में बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया, बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में माना कि बिहार में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं है, सरकार ने यह भी माना कि राज्य स्वास्थ्य विभाग में सभी स्तरों पर करीब 50 फ़ीसदी पद खाली हैं, सरकार का यह भी मानना है कि स्वास्थ्य विभाग में 47 फीसदी डॉक्टर के पद और 71 फ़ीसदी नर्सों के पद रिक्त हैं, हलफनामे में बिहार सरकार ने स्वीकार किया है कि बिहार में उपलब्ध मानव संसाधनों में भी कमी है

वहीं बिहार से बीजेपी के राज्यसभा सांसद और बिहार बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था बहुत पहले से चरमराई हुई है, सिर्फ नीतीश कुमार के समय से ही नहीं बल्कि जगन्नाथ मिश्र, लालू यादव के समय से ही किसी ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया, हर व्यक्ति को सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने और कुर्सी पर बैठने की चिंता रहती है, बिहार सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर नहीं है. बिहार में चमकी से बच्चों की मौत पर वह बोल रहे थे


Conclusion:गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि बिहार में मेडिकल कॉलेज की संख्या बढ़ाने को लेकर कभी भी सरकार गंभीर नहीं दिखी, स्वास्थ सेवाओं को बेहतर करने में बिहार सरकार आज तक नाकाम साबित हुई. बता दें बिहार में चमकी बुखार से कई बच्चों की मौत हो चुकी, बच्चों की मौत होने का सिलसिला भी जारी है, वहीं विपक्ष लगातार बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का इस्तीफा मांग रहा है
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