पटनाः एशिया का पहला डॉल्फिन रिसर्च सेंटर पटना विश्वविद्यालय में बनने जा रहा है. इसके साथ ही एडवांस सिस्मोलॉजिकल रिसर्च सेंटर की भी तैयारी पूरी कर ली गई है. पीयू के कुलपति प्रोफेसर रासबिहारी प्रसाद ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि चुनाव के बाद पटना लॉ कॉलेज में इसका शिलान्यास किया जाएगा.
कुलपति प्रोफेसर रासबिहारी प्रसाद के मुताबिक इसका प्रस्ताव 2012 में ही तैयार कर लिया गया था. यह बिहार सरकार की दो अति महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है. राज्य सरकार के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने मंजूरी भी दे दी है. उन्होंने बताया कि जमीन चिन्हित नहीं होने के कारण इस प्रक्रिया में देरी जरूर हुई, लेकिन अब सभी प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई हैं.
लॉ कॉलेज के सामने बनेगा सेंटर
डॉल्फिन सेंटर के लिए पटना लॉ कॉलेज के सामने 2 एकड़ की जमीन चिन्हित कर ली है. जिसमें जी प्लस 4 भवन बनने का प्रस्ताव है. इसी भवन में एनवायरमेंट साइंस एंड मैनेजमेंट का भी एक फ्लोर होगा.
एडवांस सोशियोलॉजिकल रिसर्च सेंटर की भी तैयारी
पटना विश्वविद्यालय और बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के बीच एडवांस सोशियोलॉजिकल रिसर्च सेंटर का भी एमओयू 3 माह पहले साइन हो चुका है. यह सेंटर साइंस कॉलेज में साइकिल स्टैंड तोड़कर बनाया जाएगा. यहां मोतिहारी, सिवान, छपरा, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, समस्तीपुर, सहरसा, मुंगेर और पूर्णिया सहित 10 अलग-अलग स्थानों पर बने क्षेत्रीय केंद्रों के भूकंप का डाटा रिसर्च सेंटर बनेगा.
पर्यावरण दिवस पर शिलान्यास की तैयारी
पीयू के कुलपति के मुताबिक पटना विश्वविद्यालय में दो नए रिसर्च सेंटर का निर्माण गौरव की बात है. उन्होंने कहा कि इसका कार्य जून में प्रारंभ होगा. 5 जून को पर्यावरण दिवस पर इन दोनों केंद्रों का शिलान्यास होना है. लोकसभा चुनाव के कारण तारीख तय नहीं हो पा रहा है. विभाग और विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच आपसी सहमति पहले से ही बन चुकी थी. लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण प्रक्रिया रोकनी पड़ी.