पटना: बंगाल में हुए डॉक्टर की पिटाई का डर अब बिहार के डॉक्टरों में भी दिखने लगा है. उस घटना से खौफजदा डॉक्टर अब हेलमेट लगाकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं. इस घटना के विरोध में पटना के सभी डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया. इस दौरान उन्होंने मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट का कड़ाई से अनुपालन करने की मांग की है.
अनिश्चितकालीन हड़ताल के संकेत
डॉक्टर का कहना है कि राज्य में चिकित्सकों को पूरी सुरक्षा मिलनी चाहिए. बंगाल के डॉक्टरों का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि बंगाल की घटना के बाद सभी डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. इसके विरोध में बिहार में भी सभी डॉक्टरों ने सांकेतिक हड़ताल की घोषणा की है. हालांकि, इस हड़ताल से इमरजेंसी सेवाओं को उन्होंने बाहर रखा है.
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सुरक्षा की उठाई मांग
इस मामले में पटना सिविल सर्जन राज किशोर चौधरी ने कहा कि बिहार में आए दिन डॉक्टरों के साथ मारपीट और बदसलूकी की घटनाएं होती रहती है. उन्होंने कहा कि राज्य में पदाधिकारियों के साथ सुरक्षाबलों की तैनाती की जाती है, लेकिन डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए अभी तक बिहार में कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है.
क्या था मामला?
गौरतलब है कि बीते 11 जून को बंगाल के कोलकाता मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक इंटर्न डॉक्टर की बेरहमी से पिटाई कर दी. इस घटना के विरोध में पटना के पीएमसीएच, एनएमसीएच, आईजीआईएमएस और एम्स के सभी डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया. विरोध प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों ने मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट का कड़ाई से अनुपालन करने की मांग की है.